कानपुर: महानगर में मिलेट्स यानी मोटे अनाज को लेकर अभी तक कारोबारियों को अपने कारोबार में विस्तार से जुड़ा कोई खास मौका नहीं मिला है. लेकिन अब ऐसे कारोबारियों के अच्छे दिन आ सकते हैं. सरकार ने 2023 को मिलेट्स ईयर घोषित कर दिया है. इससे मोटे अनाजों में शामिल ज्वार बाजरा, रागी समेत अन्य अनाजों से तैयार उत्पादों का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए तमाम स्तरों पर कवायद शुरू कर दी गई है.
शहर के कारोबारियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार दिलाने के लिए पहली बार कानपुर जिला प्रशासन ने खाद्य विभाग और अन्य विभागों के सहयोग से 3 दिवसीय ईट राइट मिलेट्स मेले का आयोजन शुक्रवार से कर दिया है. जिसमें भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के विशेषज्ञ उत्पादों को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के संबंध में अहम जानकारियां देंगे. शहर में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के विशेषज्ञ भी किसानों को मोटे अनाज वाली फसलों के अधिक से अधिक पैदावार को लेकर जानकारी देंगे. इस मेले का विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना शुभारंभ किया.
सहायक आयुक्त खाद्य विजय प्रताप सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मेले में ज्वार, बाजरा से तैयार बिस्कुट, रागी से बने लड्डू समेत अन्य उत्पादों का प्रदर्शन होगा. यहां शहर व आसपास के अन्य जिलों के किसानों को भी बुलाया गया है. वहीं पूरे मेले में 20 से अधिक स्टाल लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि हर आमजन की थाली में मिलेट्स वापस आ सके. इसके लिए इस मेले का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में कुपोषण की समस्या है. उसका निदान मिलेट्स के अधिक प्रयोग से ही किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें- कानपुर एंटी करप्शन टीम ने 50 हजार का घूस लेते वन विभाग के प्रधान सहायक को दबोचा