कानपुर: आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग विभाग की पीजी छात्रा डॉ. योगिता गौतम की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने साथी डॉ. विवेक तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है. योगिता के भाई डॉ. मोहिंदर कुमार गौतम ने उरई में तैनात मेडिकल ऑफिसर डॉ. विवेक तिवारी के खिलाफ आगरा के एमएम गेट थाने में बहन के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था.
युवती की शिनाख्त डॉ. योगिता गौतम के तौर पर हुई. इस मामले में पुलिस टीम ने उरई से आरोपी डॉ. विवेक तिवारी को पकड़ा है. पुलिस के पास इस बात के साक्ष्य हैं कि विवेक तिवारी मंगलवार शाम तक आगरा में ही था.
एसएन मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर की बेरहमी से परिचित सीनियर डॉक्टर ने हत्या की थी. हत्यारोपी कार से महिला डॉक्टर से मिलने जालौन से आगरा आया था. राजामंडी से आरोपी की कार का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है. कार में बातचीत के दौरान दोनों में तकरार और विवाद में आरोपी ने महिला डॉक्टर की गला दबाकर हत्या कर दी थी. इसके बाद महिला डॉक्टर के सिर में चाकू से वार कर शव डौकी के बमरोली कटारा क्षेत्र में सुनसान इलाके में फेंक दिया गया. आरोपी ने शव को लकड़ियों से ढक दिया और कार से फरार हो गया. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
शाम को शिनाख्त होने पर मृतका के भाई डॉक्टर मोहिंदर कुमार गौतम ने उरई में मेडिकल ऑफिसर डॉ. विवेक तिवारी के खिलाफ अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने देर रात आरोपी डॉक्टर विवेक तिवारी को गिरफ्तार कर लिया. वो कानपुर के किदवई नगर का रहने वाला है.
डॉक्टर योगिता हत्याकांड में आरोपी डॉ. विवेक तिवारी के पिता स्वर्गीय विष्णु तिवारी 2 साल पहले पुलिस विभाग से सीईओ पद से सेवानिवृत्त हुए थे. करीब साल भर पहले उनका निधन हो गया. घटना की जानकारी के बाद से ही कानपुर के किदवई नगर एम ब्लॉक स्थित आवास में मां आशा तिवारी और नेहा ने खुद को कैद कर लिया है, जबकि हत्यारोपी डॉक्टर विवेक तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है और डॉक्टर ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया.