कानपुर: छोटी-छोटी गतिविधियों पर तो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) व अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) खूब ट्वीट कर लेते हैं, लेकिन उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेई (Atal bihari vajpai birthday) को याद तक नहीं किया जबकि पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के निधन पर भाजपा के हर कार्यकर्ता ने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी. बावजूद इसके वह हमारे विरोधी नेता थे. रविवार को पूर्व पीएम भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई की जयंती पर नेहरू नगर स्थित अंध विद्यालय में सुशासन दिवस कार्यक्रम के दौरान उक्त बातें उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav prasad maurya) ने कहीं.
उन्होंने कहा कि भाजपा में यह संस्कार सिखाए गए हैं कि हम विरोधी नेता के लिए दु:ख की घड़ी में साथ खड़े हों पर अखिलेश यादव को यह नहीं पता. उन्होंने पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन पर भी शोक नहीं जताया था. वहीं, सुशासन दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अटल जी खुद में संस्मरण थे. उनकी पहचान एक कवि, पत्रकार, नेता के बाद देश के प्रधानमंत्री तक ऐसी रही कि उन्होंने सभी को एक समान भाव से सम्मान दिया. उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के व्यक्तित्व की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए सभी से इससे प्रेरणा लेने की अपील की. कार्यक्रम में विधायक सुरेंद्र मैथानी, महेश त्रिवेदी, एमएलसी अरुण पाठकक, उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज, डा.वीना आर्या, पवन गुप्ता समेत कई अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
अफसरों से बोले, जनता के काम प्राथमिकता पर करें: उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कानपुर में प्रशासनिक अफसरों से कहा, कि जनता के काम समय पर करें. अगर जनता को परेशानी होगी, तो निश्चित तौर पर आपके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. उन्होेंने कहा कि जनसमस्याओं को प्राथमिकता पर हल करना सभी की जिम्मेदारी है. इससे कोई बच नहीं सकता है. अगर कोई इसमें लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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