कानपुर: मंत्री जी, कानपुर के पांडु नगर स्थित ईएसआईसी अस्पताल (ESI Hospital) का निर्माण साल 2016 से शुरू हुआ था. हालांकि अभी तक निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है. अस्पताल पर 376 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए, मगर जब आप सामने से भवन को देखेंगे तो वह खंडहर जैसा दिखेगा. अगर शहर आकर आप अस्पताल की हालत देखेंगे तो दंग रह जाएंगे. इस अस्पताल को जल्द से जल्द चालू कराया जाए जिससे यहां सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में ईएसआइसी कर्मी व उनके स्वजनों को इलाज की सुविधा मिल सके.
भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी (BJP MP Satyadev Pachauri) ने शुक्रवार को यह बातें दिल्ली में मुलाकात के दौरान श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव से कहीं. भाजपा सांसद ने कहा कि केंद्र के अफसरों ने इस अस्पताल का बेड़ा गर्क कर दिया है. अगर मंत्रालय के अफसर गंभीरता से ध्यान देते तो यह अस्पताल शुरू हो जाता और जो सरकारी धन खर्च हो गया वह बच जाता. बोले, छह साल होने जा रहे हैं अस्पताल की फाइल तैयार हुए मगर न तो आज तक यहां चिकित्सकों की भर्ती हो सकी, न ही कोई चिकित्सीय उपकरण आ सके. उन्होंने कहा, साल 2021 में भी श्रम मंत्री से मिले थे लेकिन नतीजा पूरी तरह से सिफर रहा. श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव (Labor Minister Bhupendra Yadav) ने सांसद को आश्वस्त किया कि वह जल्द से जल्द अस्पताल की फाइल का संज्ञान लेकर इसे शुरू करा देंगे.
कुछ माह पहले हुई थी विजिलेंस जांच: पांडु नगर स्थित निर्माणाधीन ईएसआइसी अस्पताल की विजिलेंस जांच कुछ माह पहले ही हुई थी. जांच के बाद माना जा रहा था कि कई अफसरों पर गाज गिर सकती है लेकिन सांसद व विधायकों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, इस वजह से जांच भी ठंडे बस्ते में चली गई.
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