कानपुर: कहने को मोदी-योगी सरकार में आला अफसर भ्रष्टाचार की जड़ें खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. सरकारी कार्यालयों में अफसरों और कर्मियों की कार्यशैली में पारदर्शिता लाने के लिए सुविधाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है. लेकिन, अब भी अफसरों से निचले स्तर के कर्मी खुलेआम और बेखौफ होकर घूस लेने और उगाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं.
शहर के कल्याणपुर ब्लॉक में सुरार गांव के पास एक लेखपाल का वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में लेखपाल ग्रामीणों से उनके काम कराने के नाम पर घूस लेते दिखाई दे रहा है. साथ ही लेखपाल वीडियो में कहते हुए सुनाई दे रहा है कि काम हो जाएगा. कानपुर शहर में यह कोई नया या पहला मामला नहीं है. लेकिन, लेखपाल जिस तरह से लेखपाल ग्रामीणों से रुपये लेते दिख रहा है, लोग इसे बहुत आश्चर्य के साथ देख रहे हैं. लोगों का कहना है, कि सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं, कि उनका कुछ नहीं किया जा सकता. इस पूरे मामले का संज्ञान तहसीलदार रितेश सिंह ने लिया और कहा कि वह वीडियो की जांच पड़ताल कराएंगे. अगर वीडियो की सत्यता साबित होती है तो लेखपाल को सस्पेंड किया जाएगा.
इसे भी पढ़े-लेखपाल ने पहले जमकर पी शराब फिर ली रिश्वत, VIDEO वायरल
एक माह पहले कानूनगो और लेखपाल हुए थे गिरफ्तार: शहर में 11 अगस्त को नर्वल तहसील में लखनऊ की सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने कानूनगो और लेखपाल को 10-10 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. उस समय टीम के सदस्य पीड़ित बनकर तहसील पहुंचे थे. उन्होंने कानूनगो और लेखपाल से अपना काम करने के लिए कहा था. जिसके एवज में कानूनगो और लेखपाल ने टीम के सदस्यों से घूस मांगी थी. शहर में बाकायदा लेखपालों का एक ऐसा गैंग भी बहुत चर्चित है. ग्रामीणों द्वारा कई लेखपालों की शिकायतें भी डीएम से की जा चुकी हैं. हालांकि, अब लेखपाल का घूस लेते वीडियो वायरल की चर्चा पूरे शहर में जोरों पर है.
यह भी पढ़े-जालौन: रिश्वत लेते लेखपाल का वीडियो हुआ वायरल, निलंबित