कानपुर: शहर के बिठूर स्थित पायनियर ग्रींस सोसाइटी की चर्चा इन दिनों पूरे शहर में जोरों पर है. कुछ दिनों पहले ही यहां रहने वाले अभिषेक प्रताप सिंह और उसके साथी चालक धर्मेंद्र यादव को पुलिस ने ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया था. एसटीएफ और कानपुर पुलिस टीम की जांच में अभिषेक प्रताप सिंह के तमाम झूठे कारनामे पता लग रहे हैं. वहीं, अभिषेक ने सोसाइटी के जिस बिल्डर निखिल शर्मा से 20 लाख रुपये की वसूली की थी, अब पुलिस उससे भी पूछताछ शुरू की है. साथ ही ठगी के सारे साक्ष्य मांगे हैं, जिनके आधार पर अभिषेक के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके. वहीं, बिल्डर निखिल शर्मा का कहना है, उनके पास 20 लाख रुपये भेजने के सारे एविडेंस मौजूद हैं.
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लोगों ने शुद्धि के लिए सोसाइटी में कराया रुद्राभिषेक: महाठग अभिषेक प्रताप सिंह का सोसाइटी में आए दिन ही आना-जाना रहता था. उसके रसूख को देखते हुए सोसाइटी के लोग उससे कुछ नहीं कहते थे. लेकिन, उनको अभिषेक के कामों पर शक था. ऐसे में लोग चाहते थे कि वह सोसाइटी से चला जाए. लेकिन, उसने एक महिला के साथ सोसाइटी के अंदर बने एक मंदिर पर कब्जा करने की कोशिश की थी. लेकिन, इस मामले में वह असफल रहा. ऐसे में जब लोगों को जानकारी हुई कि अभिषेक गिरफ्तार हो चुका है तो सावन में सोसाइटी की शुद्धि के लिए लोगों ने रुद्राभिषेक कराया.
पड़ोसी के पास पहुंचा पालतू कुत्ता: अभिषेक किराए पर जिस विला में रहता था, वहां पुलिस को जांच में एक पालतू कुत्ता भी मिला है. दो दिनों तक तो उसे अभिषेक के विला में ही रखा गया था. हालांकि, अब उस पालतू कुत्ते की देखरेख के लिए उसे पड़ोसी को सौंप दिया गया है. कानपुर से जुड़े इस बेहद चर्चित मामले में अब इंटेलीजेंस के अफसर भी सक्रिय हो गए हैं.
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