कानपुर: पापा आपसे रुपये मांगने पर अब शर्म आती है, मैं खुद अपनी एकेडमिक परफार्मेंस सुधार नहीं सका हूं. पता नहीं वह दिन कब आएगा, जब मैं अपने पैरों पर खड़ा हो पाऊंगा. मैं बहुत अधिक कोशिश करता हूं कि मेरा अकादमिक प्रदर्शन बेहतर रहे. हालांकि, मुझे सफलता नहीं मिल रही. आईआईटी कानपुर में एमटेक छात्र विकास मीणा ने आत्महत्या से पहले यह सुसाइड नोट लिखा था. इसे विकास के दोस्तों ने उसके कमरे से सुबह हासिल किया. इसके बाद दोस्तों ने इस नोट को परिजनों को सौंप दिया और उसकी फोटो पुलिस के आला अफसरों को भी मिल गई.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कानपुर के पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने खुद आईआईटी पहुंचकर काफी देर तक छात्रों व आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. एस गणेश से बात की. प्रो. एस गणेश ने कहा कि आत्महत्या के अलावा छात्र की हत्या के एंगल पर भी हम अपने स्तर से पूछताछ करवा रहे हैं. पुलिस भी इस दिशा में कवायद कर सकती है. लेकिन, परिजनों की ओर से पुलिस को फिलहाल कोई तहरीर नहीं दी गई. वहीं, विकास की मौत की जानकारी मिलने के बाद आईआईटी कानपुर कैम्पस में गुरुवार सुबह उसके पिता, चाचा और अन्य परिजन पहुंच गए थे.
पुलिस आयुक्त से बोले छात्र, विकास बहुत मेहनती था: जब पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने विकास मीणा के साथियों से वार्ता की तो साथियों ने बताया कि विकास का स्वभाव बहुत हंसमुख था. वह बहुत अधिक मेहनत करता था और अपने भविष्य को लेकर बहुत अधिक चिंतित रहता था. वह अपना एक बेहतर करिअर बनाना चाहता था. उसके अंदर किसी तरह का कोई घमंड नहीं था. हम तो कभी सोच भी नहीं सकते थे कि विकास आत्महत्या कर लेगा.
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