कानपुर: कुछ दिनों पहले शहर के रायपुरवा थाना क्षेत्र स्थित जीटी रोड पर दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह और पार्षद पति अंकित शुक्ला के बीच मारपीट हुई थी. शहर के चर्चित इस मामले में प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया है कि अर्टिगा सवारों ने थार चालक को घेरकर पीटा था. अगर यह बात सच साबित हुई तो पुलिस के पास मौजूद साक्ष्यों के मुताबिक अर्टिगा कार पर पार्षद पति अंकित शुक्ला और उनके साथी सवार थे. जबकि थार को दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह चला रहे थे.
इस मामले में सोमवार को एसीपी अनवरगंज सृष्टि सिंह, थाना प्रभारी रायपुरवा अंकिता वर्मा और विवेचक एसआई जयसिंह के साथ घटनास्थल का मौका-मुआयना कर आस-पास के लोगों से बातचीत की. इसके साथ ही 3 प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए. तीनों लोगों ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि उस समय घना अंधेरा था. लेकिन वहां कई लोग मिलकर सड़क पर घेरकर एक युवक को पीट रहे थे. इतना सब कुछ होने के बावजूद भी प्रत्यक्षदर्शियों का गवाह बनने पर संशय बना हुआ है.
रायपुरवा थाना क्षेत्र स्थित जीटी रोड पर हुई मारपीट की जांच में लगे पुलिस अधिकारी इस मामले में प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिसकर्मियों के बयानों का मिलान भी करवाएंगे. दरअसल, जब घटना हुई थी उस समय जो पुलिसकर्मी पहुंचे थे, उन्होंने उस समय के बयान अगले दिन विवेचक को दर्ज करा दिए थे. वहीं, इस मामले पर शहर के अंदर सियासत का दौर जारी है. पार्षद पति समेत चार आरोपियों को जेल जरूर भेजा जा चुका है. मगर शहर के सियासी गलियारों में अब इस मामले को विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा सांसद के बीच छिड़ी तकरार से भी जोड़कर देखा जा रहा है. वहीं, संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि पुलिस साक्ष्यों के आधार पर अपनी विवेचना का काम कर रही है. इस मामले में दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी और निर्दोष को न्याय मिलकर रहेगा.
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