कानपुर: शहर के अंदर पिछले 35 सालों से कंपनी बनाकर सोने की ठगी करने वाले महाराष्ट्र (सांगली) निवासी आरोपी महेश मस्के को बजरिया थाना पुलिस ने रविवार को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया. कुछ दिनों पहले ही शहर के सर्राफा कारोबारियों ने पुलिस कमिश्नर को बताया था कि उनकी दुकानों से संपत राव, महेश मस्के और सूरज 10 किलोग्राम से अधिक सोना लेकर फरार हो गए थे. कारोबारियों की तहरीर पर पुलिस ने बजरिया थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली थी. मामले की जांच के लिए पुलिस की एक टीम को सांगली भेजा गया था, जहां से महेश मस्के को अरेस्ट कर लिया गया. पूरे मामले पर डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी आज कानपुर गया है. इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. फिर पुलिस रिमांड के दौरान इस मामले पर गंभीरता से पूछताछ होगी.
सीसीटीवी में सोना ले जाते दिखे थे आरोपी: जिस तरह से दो आरोपियों ने लगातार कुछ दिनों के गैप में सर्राफा कारोबारियों का सोना पार कर उन्हें करोड़ों रुपये की चपत लगाई, उससे शहर के सर्राफा कारोबारियों में हड़कंप की स्थिति है. कारोबारियों का कहना है कि सीसीटीवी में आरोपी साफ-साफ दुकान से सोना ले जाते हुए दिखाई दिए थे. पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और आरोपी की लोकेशन मिल गई है. अब जल्द से जल्द सभी आरोपियों को अरेस्ट किया जाना चाहिए. इस मामले में खुद डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल भी सांगली गए हुए हैं.
खुद की कंपनी बनाकर कारोबारियों से करते थे कारोबार: डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि आरोपी महेश मस्के, संपतराव और सूरज अपनी कंपनी बनाकर सोने का कारोबार करते थे. जब आरोपी जान जाते थे कि कारोबारी उन पर पूरा विश्वास कर रहा है, तभी उसके साथ ठगी कर देते थे. हद तो तब हो गई, जब आरोपी बेखौफ होकर 10 किलोग्राम सोना दुकान से उठा ले गए.
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