कानपुरः जिले की क्राइम ब्रांच ने नौबस्ता स्थित हंसपुरम में छापेमारी कर इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. ये लोग पर्सनल लोन और होम लोन दिलाने के नाम पर अमेरिका के लोगों से ठगी करते थे. मौके से दो ठगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से लैपटॉप, हार्ड डिस्क और कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. जिसने लाखों अमेरिकियों का डाटा मिला है.
इनसे पूछताछ के दौरान ये बताया कि पिछले छह महीने से यहां कॉल सेंटर संचालित हो रहा था. इनकी पहचान नौबस्ता हंसपुरम निवासी रवि शुक्ला और आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता निवासी विशाल सिंह के नाम से हुई है. आवास विकास नौबस्ता में जिस मकान में ये इंटरनेशनल काल सेंटर संचालित हो रहा था. वो विकास के मामा का है. यहां से वीओआइपी वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल के साथ अमेरिकी जनता को अमेरिकी कंपनी बनकर होम लोन और पर्सनल लोन कम ब्याज दर में देने का झांसा दिया जा रहा था. जिनके झांसे में की अमेरिकी आ भी गये थे.
वहीं ये गैंग अमेरिकी लोगों से लोन प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 300 से 500 डालर, क्लोजिंग कास्ट के नाम पर लोन राशि का दो प्रतिशत, एडवांस रीपेमेंट के नाम पर 8 सौ से 9 सौ डालर, लोन के इंश्योरेंस के नाम पर फीस लेते थे. कई लोग जो सही रिस्पांस न देने पर काल करके लोन कैंसिल करवाते थे. उनसे कैंसिलेशन के नाम पर फीस लेते थे.
पेमेंट के लिए ठगी गैंग कई एप का इस्तेमाल करके बिटक्काइन के जरिये पैसे लेता था. इसके लिए क्रिप्टोकरेंसी के एप जिनमें क्वाइन स्विच एप, वजीर एक्स एप का इस्तेमाल हो रहा था. कई पेमेंट गिफ्ट कार्ड के रूप में भी लिये जाते थे. कुछ पेमेंट एकाउंट से वाया ट्रांसफर से भी लिया जाता था. नोएडा में बैठा एक और शख्स इन सारे एप से आया पैसा इनके खाते में इन कैश करता था.
अमेरिका के लोगों को काल करने के लिए वीओआइपी वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता था. इसके लिए टेक्स्ट नाऊ सोनोटेल का प्रयोग किया जाता था. इसके साथ ही साफ्ट फोन डायलर का भी प्रयोग करते थे. इसके दो एप थे. जिसका इस्तेमाल किया करते थे. पहला था एक्सटेन और दूसरा एक्सलाइफ एप था. इसके माध्यम से फोन करके बात की जाती थी.
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वहीं आप को बता दें कि बीते दिनों क्राइम ब्रांच ने काकादेव में पकड़े गए कॉल सेंटर की जांच के दौरान सामने आया कि नौबस्ता के हंसपुरम में भी एक कॉल सेंटर चल रहा है. जानकारी होते ही क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए नौबस्ता क्षेत्र के एक मकान में छापा मारा और 2 लोगों को मौके से पकड़ लिया. अभियुक्तों के पास से पांच हार्ड डिस्क, एक लैपटॉप, 2 मोबाइल बरामद हुए हैं. लैपटॉप में दो लाख विदेशी लोगों का डाटा मिला है. इसके साथ ही कई अमेरिकी लोन देने वाली कंपनियों के फार्म फारमेट का भी डाटा मिला है.