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बिकरु कांड: मारे गए आरोपी अमर दुबे की पत्नी को कोर्ट ने माना नाबालिग - accused of kanpur bikaru shootout

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खुशी दुबे को कोर्ट ने नाबालिग माना.
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Published : Sep 2, 2020, 4:46 PM IST

Updated : Sep 2, 2020, 8:14 PM IST

16:35 September 02

कानपुर बिकरु कांड मामले में आरोपी की पत्नी खुशी दुबे को कोर्ट ने नाबालिग माना है.

जानकारी देते खुशी के वकील.

कानपुर: जिले में हुए बिकरु कांड के आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी को कोर्ट ने नाबालिग घोषित किया है. खुशी बिकरु कांड में मुख्य आरोपी मृतक विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की पत्नी है.

बिकरु कांड में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी के नाबालिग होने का दावा कोर्ट ने मान लिया है. खुशी के नाबालिग होने पर कोर्ट ने आदेश जारी कर मुहर लगा दी है. बता दें कि अधिवक्ता शिवकांत ने 12 अगस्त को डकैती कोर्ट में खुशी के नाबालिग होने के दस्तावेज पेश किए थे. शैक्षिक प्रमाण पत्रों से इसकी पुष्टि भी होती है. खुशी ने कक्षा 5 व 8 की परीक्षा शास्त्री नगर स्थित मां सरस्वती विद्यालय से तथा कक्षा 9 और 10 की परीक्षा पनकी स्थित शहीद चंद्रशेखर आजाद इंटर कॉलेज से पास की है. शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर कोर्ट ने खुशी को नाबालिग घोषित किया है. बीते एक महीने से ज्यादा समय से खुशी कानपुर देहात की माती जेल में बंद है. जुवेनाइल बोर्ड द्वारा खुशी दुबे को नाबालिग करार दे देने के बाद कोर्ट ने खुशी को नाबालिग घोषित किया है, जिसके बाद कानपुर पुलिस की किरकिरी हो रही है.


वकील शिवकांत दीक्षित ने कहा  
वकील शिवकांत दीक्षित ने कहा कि खुशी नाबालिग है. पुलिस ने बिना किसी जांच के खुशी को जेल भेज दिया था. उन्हें आयु निर्धारण करना चाहिए था, क्योंकि ऐसे किसी को भी जेल नहीं भेजा जा सकता है. कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला सुनाया है और खुशी को नाबालिग होने का आदेश भी जारी किया है. उन्होंने कहा कि खुशी का एनकाउंटर से कोई सीधा संबंध नहीं है.

कुख्यात विकास दुबे ने खुशी और उसके स्वजनों को अपने घर बुलाकर 29 जून को अपने सबसे खासम-खास गुर्गे अमर दुबे से विवाह कराया था. शादी में गांव वालों के अलावा थाना चौबेपुर की पुलिस भी शामिल हुई थी, जिसकी फोटो घटना के बाद सामने आने पर विकास से जुड़े लोगों का खुलासा हुआ था. इसमें आस-पास के क्षेत्र ही नहीं, कानपुर नगर से भी कई लोगों के नाम सामने आए थे. इतना ही नहीं, पुलिस बीट प्रभारी रहे केके शर्मा की भी नजदीकियां उजागर हुई थीं. हालांकि वह भी तत्कालीन एसओ विनय तिवारी के साथ विकास दुबे से मिलीभगत के आरोप में जेल में बंद हैं.

शादी के तीसरे दिन यानी 2 जुलाई की रात बिकरु कांड की वारदात में 8 पुलिस वालों की हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद अमर दुबे फरार हो गया था. 7 जुलाई को हमीरपुर में छिपे अमर दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. अमर दुबे का एनकाउंटर होने से शादी के महज 9 दिन बाद ही खुशी का सुहाग उजड़ गया था.

16:35 September 02

कानपुर बिकरु कांड मामले में आरोपी की पत्नी खुशी दुबे को कोर्ट ने नाबालिग माना है.

जानकारी देते खुशी के वकील.

कानपुर: जिले में हुए बिकरु कांड के आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी को कोर्ट ने नाबालिग घोषित किया है. खुशी बिकरु कांड में मुख्य आरोपी मृतक विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की पत्नी है.

बिकरु कांड में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी के नाबालिग होने का दावा कोर्ट ने मान लिया है. खुशी के नाबालिग होने पर कोर्ट ने आदेश जारी कर मुहर लगा दी है. बता दें कि अधिवक्ता शिवकांत ने 12 अगस्त को डकैती कोर्ट में खुशी के नाबालिग होने के दस्तावेज पेश किए थे. शैक्षिक प्रमाण पत्रों से इसकी पुष्टि भी होती है. खुशी ने कक्षा 5 व 8 की परीक्षा शास्त्री नगर स्थित मां सरस्वती विद्यालय से तथा कक्षा 9 और 10 की परीक्षा पनकी स्थित शहीद चंद्रशेखर आजाद इंटर कॉलेज से पास की है. शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर कोर्ट ने खुशी को नाबालिग घोषित किया है. बीते एक महीने से ज्यादा समय से खुशी कानपुर देहात की माती जेल में बंद है. जुवेनाइल बोर्ड द्वारा खुशी दुबे को नाबालिग करार दे देने के बाद कोर्ट ने खुशी को नाबालिग घोषित किया है, जिसके बाद कानपुर पुलिस की किरकिरी हो रही है.


वकील शिवकांत दीक्षित ने कहा  
वकील शिवकांत दीक्षित ने कहा कि खुशी नाबालिग है. पुलिस ने बिना किसी जांच के खुशी को जेल भेज दिया था. उन्हें आयु निर्धारण करना चाहिए था, क्योंकि ऐसे किसी को भी जेल नहीं भेजा जा सकता है. कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला सुनाया है और खुशी को नाबालिग होने का आदेश भी जारी किया है. उन्होंने कहा कि खुशी का एनकाउंटर से कोई सीधा संबंध नहीं है.

कुख्यात विकास दुबे ने खुशी और उसके स्वजनों को अपने घर बुलाकर 29 जून को अपने सबसे खासम-खास गुर्गे अमर दुबे से विवाह कराया था. शादी में गांव वालों के अलावा थाना चौबेपुर की पुलिस भी शामिल हुई थी, जिसकी फोटो घटना के बाद सामने आने पर विकास से जुड़े लोगों का खुलासा हुआ था. इसमें आस-पास के क्षेत्र ही नहीं, कानपुर नगर से भी कई लोगों के नाम सामने आए थे. इतना ही नहीं, पुलिस बीट प्रभारी रहे केके शर्मा की भी नजदीकियां उजागर हुई थीं. हालांकि वह भी तत्कालीन एसओ विनय तिवारी के साथ विकास दुबे से मिलीभगत के आरोप में जेल में बंद हैं.

शादी के तीसरे दिन यानी 2 जुलाई की रात बिकरु कांड की वारदात में 8 पुलिस वालों की हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद अमर दुबे फरार हो गया था. 7 जुलाई को हमीरपुर में छिपे अमर दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. अमर दुबे का एनकाउंटर होने से शादी के महज 9 दिन बाद ही खुशी का सुहाग उजड़ गया था.

Last Updated : Sep 2, 2020, 8:14 PM IST
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