कानपुर: शहर के सबसे चर्चित मामलों में शामिल दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह व पार्षद पति अंकित शुक्ला के बीच हुई मारपीट में पुलिस ने शुक्रवार को पार्षद पति अंकित शुक्ला समेत चार अन्य साथियों को अरेस्ट कर लिया था. हालांकि शनिवार को ही रोडरेज के इस मामले (Road Rage Case) में नया मोड़ आ गया. अब भाजपा पार्षद सौम्या शुक्ला की तहरीर पर पुलिस ने थार सवार चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. एफआईआर में एक और नाम अज्ञात के तौर पर जोड़ा गया है. पार्षद का कहना है कि पुलिस अब इस मामले की जांच करे और दोषियों को जेल भेजे.
हालांकि, पुलिस ने थार गाड़ी के नंबर के आधार पर ही मुकदमा दर्ज किया. चालक का नाम एफआईआर में नहीं लिखा गया है. वहीं, पुलिस ने इस मामले को क्रॉस एफआईआर बताया है. इस पूरे मामले पर संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि पुलिस साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई करेगी. किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा, जो दोषी होंगे, उन्हें सजा जरूर मिलेगी.
सोशल मीडिया पर चर्चा: शुक्रवार को इस मामले में पुलिस के सामने आरोपी पार्षद पति व उसके चार अन्य साथियों ने संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था के सामने सरेंडर किया था. हालांकि बाद में पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया था. शनिवार को इस वजह से दवा व्यापारी अमोलदीप के समर्थक शांत रहे. हालांकि, जब पार्षद ने क्रॉस एफआईआर करा दी तो फिर से शहर के अंदर इस मामले की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर इस मामले से जुड़ी पोस्ट अपलोड होती रहीं.
परिजनों को सीएम ने दिया सुरक्षा का आश्वासन: इस मामले में शनिवार को दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह के परिजनों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की. सीएम ने परिजनों को सुरक्षा का तो आश्वासन दिया ही, साथ ही कहा कि इलाज समेत अमोलदीप की हर संभव मदद करेंगे. परिजनों ने सीएम को पूरी बात बताई. सीएम ने कहा, कि अगर दोषियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य होंगे तो कार्रवाई जरूर होगी. इस दौरान भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह छाबड़ा, अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह,रमिंदर सिंह, त्रिलोचन सिंह, हरप्रीत सिंह, कमलजीत सिंह आदि मौजूद थे.
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