कानपुर: जिले के बर्रा थाने क्षेत्र में हुए अपहरण मामले में 24 दिन बाद भी खुलासा न होने पर गुरुवार को कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस- प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. इस प्रदर्शन में अपहरण किए गए युवक के पिता भी शामिल रहे. वहीं इस घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी ने भी ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर हमला बोला था.
कांग्रेस नेता विकास अवस्थी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता पीड़ित के घर से लेकर शास्त्री चौक तक विरोध प्रदर्शन किया. प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि कानपुर में बदमाशों ने एक युवक का अपहरण कर लिया. अपहरण करने वालों ने परिवार से फिरौती मांगी और परिवार ने मकान और शादी के जेवर बेचकर 30 लाख रुपये इकट्ठा किए. पुलिस के कहने पर परिजनों ने पैसे से भरा बैग भी अपहरणकर्ताओं के हवाले कर दिया और पुलिस न तो बदमाशों को पकड़ सकी और न ही उनका युवक को बरामद कर सकी. यह उसी कानपुर का मामला है, जहां कुछ दिनों पहले इतनी बड़ी घटना घटी थी.
दरअसल, बर्रा थाना पुलिस को गच्चा देकर शातिर अपहरणकर्ता फिरौती के 30 लाख रुपये लेकर फरार हो गए और युवक को भी नहीं छोड़ा. 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव को छोड़ने के लिए परिजनों को फिरौती की रकम के साथ गुजैनी फ्लाईओवर के ऊपर बुलाया था. परिजन जब फ्लाईओवर पर पहुंचे, तो पुलिस भी उनके पीछे-पीछे अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए लगी थी. अपहरणकर्ता के कहने पर परिजनों ने पैसे से भरे बैग को फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया और वह पैसे लेकर फरार हो गए और पुलिस उन्हें नहीं पकड़ सकी.