कानपुर: स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के पैंट्री कार में मिले 1 करोड़ 40 लाख रुपये के मामले में अब हर दिन एक नया सवाल खड़ा हो रहा है. कई दिन बीतने के बाद गाजियाबाद की टेलीकॉम कंपनी ने रुपयों पर दावा किया था. वहीं अब यह कंपनी शक और सवालों के घेरे में है.
अपने दावे से मुकर गई कंपनी
कंपनी के अधिकारी ने 28 फरवरी को पत्र भेजकर 1 करोड़ 40 लाख रुपये पर दावा किया था. वहीं जब आयकर विभाग और रेलवे के अधिकारियों ने पूछताछ की तो कंपनी दावे से पीछे हट गई. कह दिया कि रुपये हमारे नहीं हैं, लेकिन इसके ठीक 2 दिन बाद ही कंपनी के कर्मचारी बहीखाता लेकर रेलवे के अधिकारियों के पास पहुंच गए. वहीं खाते में 58 लाख रुपये का लेनदेन कंपनी दिखा पाई थी. बाद में अन्य कागज दिखाने की बात कहा था.
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रेलवे अधिकारियों का मानना है कि कंपनी ने कहां से रुपये निकाले और कहां उसका टैक्स दिया. यह समझ पाना मुश्किल है. पूरा मामला आयकर विभाग को भेज दिया गया है. आयकर विभाग की जांच के बाद ही अब जीआरपी आगे बढ़ेगी. क्योंकि कंपनी के दस्तावेजों में कहीं भी चूक रह गई तो आयकर विभाग भी कड़ी कार्रवाई करेगा.