कानपुर: पुलिस की वर्दी पहनने की चाहत में युवक को जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा. पुलिस भर्ती में वेरिफिकेशन के दौरान युवक पकड़ा गया और उसने कबूल किया कि परीक्षा में उसकी जगह कोई और गया था. युवक ने फिंगरप्रिंट क्लोन अंगूठे में लगा रखा था, जिसके चलते वह पकड़ा गया. पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
पुलिस से मिली जानकारी में पता चला कि युवक का नाम दीपक कुमार है और वह अलीगढ़ का रहने वाला है. दीपक ने आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा में सॉल्वर बैठाकर परीक्षा पास कर ली थी, जिसका सीधा मतबल है कि दीपक ने छल किया. सॉल्वर बैठाने के लिए उसने दो लाख रुपए का भुगतान भी किया था. परीक्षा में पास होने के बाद वह कानपुर रिजर्व पुलिस लाइन में अपने डॉक्यूमेंट के सत्यापन और फिजिकल टेस्ट के लिए पहुंचा था.
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डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद फिंगरप्रिंट स्कैनिंग के दौरान वह पकड़ा गया. दरअसल, उसने फिंगर प्रिन्ट का क्लोन पहन रखा था. इसके बाद पुलिस ने जब उसका चेहरा डॉक्यूमेंट में मौजूद फोटो से मिलान किया तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया, जिसके बाद अधिकारियों ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. कोतवाली पुलिस ने पकड़े गए फ्रॉड दीपक पर धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया है. आरोपी से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ करने के प्रयास में जुटी है.