कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक के खिलाफ लखनऊ में रविवार को एफआइआर दर्ज हुई थी. सोमवार को वह पूरे दिन विश्वविद्यालय में नहीं पहुंचे. गौरतलब है कि प्रोफेसर विनय पाठक ठीक 10 बजे तक अपने कार्यालय पहुंच जाते थे, और उसके एक घंटा बाद ही विभागीय बैठकें करने लगते थे. ऐसे में अब विवि के अंदर हर विभाग में प्रशासनिक अफसर, विभागाध्यक्ष व कर्मी तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. सीएसजेएमयू के कुलपित प्रोफेसर विनय पाठक के निजी सचिव हिमांशु मिश्रा ने बताया कि कुलपति पूरे दिन विवि कैंपस में नहीं आए.
शहर के लगभग हर डिग्री कॉलेज में सीएसजेएमयू वीसी प्रोफेसर विनय पाठक के खिलाफ एफआइआर की चर्चाएं होती रही. प्रोफेसरों का कहना था, कि प्रोफेसर पाठक का मामला बेहद गंभीर है. हालांकि कई प्रोफेसरों ने यह भी कहा, कि उनकी छवि को खराब करने के लिए यह साजिश की गई है. दरअसल, रविवार को सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कानपुर आई थीं, उन्होंने दो कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था. प्रोफेसरों के मुताबिक प्रो. पाठक राज्यपाल के कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं हुए थे.
प्रोफेसर पाठक ने सीएसजेएमयू के अंदर छात्रहित को देखते हुए कई अहम फैसले लिए और सीएसजेएमयू को डिजीटल विवि बनाने की दिशा में बहुत काम किया. हालांकि फीस वृद्धि, गलत ढंग से परिणाम जारी करने समेत कुछ अन्य मामलों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पदाधिकारियों ने पिछले कुछ माह में उनका जमकर विरोध किया था. इस बात का जिक्र भी पूरे शहर में खूब हुआ.
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