कानपुर: उत्तर प्रदेश में जातीय जनगणना को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव सदन तक अपनी आवाज बुलंद कर चुके हैं. अब जातीय जनगणना के मामले में केंद्रीय एमएसएमई राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने शनिवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि देश को एक करने के लिए जितनी जातियां हैं. उनकी जनगणना एक साथ होनी चाहिए.
केंद्रीय एमएसएमई राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा शनिवार को फजलगंज स्थित एमएसएमई विकास संस्थान में आयोजित वेंडर विकास व प्रदर्शनी कार्यक्रम में पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जो हर वर्ग के लिए काम करती है. प्रयागराज में हुई हत्या के संबंध में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले सरकार द्वारा कराई गई ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में जो 33 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं. वह बेहतर कानून व्यवस्था की बानगी है. मंत्री संजय निषाद जातीय जनगणना के लिए पैदल मार्च के सवाल पर उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव होने वाले हैं. नगर निकाय के चुनाव होने हैं. जो ऐसे दल हैं, वह जनता के बीच जा रहे हैं तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में उनके संगठन को मजबूती मिल सकेगी. हालांकि कानपुर के टूल रूम की प्रगति या संचालन संबंधी सवाल पर केंद्रीय एमएसएमई राज्य मंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया. वहीं, इस मामले में उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी जातीय जनगणना के पक्ष में अपना बयान दिया है.
झांसी में बनेगा टूल रूमः राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने कहा कि कानपुर की तर्ज पर अब झांसी में नया टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट सेंटर बनेगा. इस सेंटर के लिए उप्र सरकार से जमीन मांगी गई थी. 20 एकड़ की जमीन सरकार द्वारा दी गई है. जोकि डिफेंस कॉरिडोर के अंदर ही समाहित रहेगी. यहां टूल रूम बनने से बुंदेलखंड व आसपास के अन्य जिलों के युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाएंगे.
उत्पादों की लगी प्रदर्शनीः केंद्रीय एमएसएमई राज्य मंत्री ने फजलगंज स्थित एमएसएमई विकास संस्थान में लगी विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी को देखा और उद्यमियों के हुनर को सराहा. उन्होंने वहां मौजूद वेंडर्स से कहा, कि वह मेहनत से अपना काम करें. सरकार उनके साथ हर कदम पर खड़ी है. इस मौके पर एमएसएमई के संयुक्त निदेशक विष्णु वर्मा, संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला, एमएसएमई मंत्री के प्रतिनिधि श्याम सिंह सिसोदिया, डा.भक्ति विजय शुक्ला आदि उपस्थित रहे.