कानपुर: वैसे तो जब बात चटनी की होती है तो सबसे पहले दिमाग में यही बात आती है कि उसे हर घर में खाने की वस्तुओं के साथ उपयोग में लाया जाता है. कभी चटनी आलू या पनीर के पराठों का स्वाद बढ़ा देती है तो कभी गर्म पकोड़ियों को लोग चटनी के साथ खाना पसंद करते हैं. लेकिन, कानपुर के बिधनू थाना क्षेत्र में तकसींगपुर गांव से चटनी को लेकर एक ऐसी बात सामने आई है, जिसने सबके होश उड़ा दिए हैं.
कानपुर के बिधनू थाना क्षेत्र में तकसींगपुर गांव में राकेश राजपूत नाम के एक वैद्य हैं जो चटनी व लाल दवा के मिश्रण से कैंसर पीड़ितों का इलाज कर रहे हैं. उनका दावा है कि मरीज उनकी दवा से ठीक हो रहे हैं. वहीं, इसकी पुष्टि वहां मौजूद मरीजों ने खुद ईटीवी भारत के संवाददाता से बातचीत के दौरान की है. कैमरे पर बोलते हुए मरीजों ने कहा कि वह महीनों से वैद्य राकेश राजपूत से इलाज करा रहे हैं और 50 फीसद तक आराम मिल गया है. वैद्य राकेश राजपूत ने बताते हैं कि उनकी खबर सुनने के बाद सूबे के तमाम शहरों से मंगलवार व रविवार को मरीज उनके पास आ रहे हैं.
सीएमओ ने एसीएमओ को भेजकर शुरू कराई जांच: जब इस मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अफसरों तक पहुंची तो सभी के होश उड़ गए. सीएमओ आलोक रंजन ने एसीएमओ व अन्य अधीनस्थ अफसरों की टीम मौके पर भेजकर जांच शुरू करा दी है और वैद्य राकेश राजपूत को नोटिस भेजा है. सीएमओ आलोक रंजन ने बताया कि कार्रवाई की प्रक्रिया से पहले नोटिस भेजना होता है. वैद्य से डिग्रियां व अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं. जांच के बाद ही किसी तरह की कार्रवाई करेंगे. हालांकि, उन्होंने यह दावा किया है कि चटनी से कैंसर का इलाज संभव नहीं है.
(Disclaimer: ये खबर वैद्य के दावों पर आधारित है, ईटीवी भारत इसकी पुष्टि नहीं करता है.)