कानपुर : गर्मी बढ़ने के साथ ही घरों, कार्यालयों व अन्य स्थानों पर बिजली की खपत भी बढ़ने लगती है. हालांकि, इन दिनों फाल्ट भी अधिक होती है, जिससे अफसरों को आमजन की खरी-खोटी सुननी पड़ती है. मगर, एक बात यह भी है कि लोग बिजली चोरी करने में कहीं से पीछे नहीं हैं. ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए अब कानपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड (केस्को) की ओर से अफसरों ने एफआईआर दर्ज करना शुरू करा दी है. अफसरों का कहना है कि 'कानपुर के ये कटियाबाज अगर बिजली चोरी न करें तो काफी हद तक निर्बाध बिजली आपूर्ति में सुधार हो सकता है.'
केस्को के अफसरों ने बताया कि 'कानपुर में साल 2014 में एक फिल्म बनी थी, 'कटियाबाज'. उस फिल्म में जिस तरह लोगों को कटिया (खंभे से सीधा ऐसा तार जोड़ना, जिससे घर पर बिना मीटर कनेक्शन ही बिजली मिल सके) लगाते दिखाया गया था, वहीं नजारा, कमोबेश छापेमारी के दौरान देखने को मिला. दरअसल, 15 दिन पहले केस्को की टीम ने जब जाजमऊ में छापेमारी की, तो एक साथ सात घरों में कटियाबाज सामने आए. इसी तरह करीब एक हफ्ते पहले घनी आबादी वाले इलाके कर्नलगंज में 22 कटियाबाजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. केस्को एमडी सैमुअल पॉल का कहना है कि 'एबी केबिल (मोटे लेयर वाली तार) में कटियाबाज अपना कनेक्शन कर ले रहे हैं. यही नहीं केस्को ने जो अंडरग्राउंड केबिल बिछवाई है उनमें भी कटिया लगाने से लोग गुरेज नहीं कर रहे.'
अब आर्मर्ड केबल बिछाने की तैयारी : शहर में लगातार बढ़ रहे बिजली चोरी के मामलों को देखते हुए अब केस्को की ओर से पहले चरण में कई डिवीजंस में आर्मर्ड केबल बिछाई जाएंगी. इन केबिल की लेयर एबी केबल से भी मोटी है. साथ ही, इनकी खासियत है कि अगर इन केबल से कोई छेड़छाड़ करता है तो पूरे सबस्टेशन की लाइट चली जाएगी. वहीं, छेड़छाड़ या कटिया लगाने वाले की भी पहचान मोहल्ले के लोग कर सकेंगे.
केस्को के एमडी सैमुअल पॉल ने कहा कि 'फिल्म 'कटियाबाज' की तरह ही हमें रोजाना कटियाबाज मिल रहे हैं. सभी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है. बिजली चोरी करने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा.'