कानपुर : पूर्व पीएम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के निधन के बाद योगी सरकार ने उनकी स्मृतियों को कानपुर में सहेजने के लिए शहर के सिविल लाइंस डीएवी काॅलेज में पांच करोड़ रुपये की लागत से अटल शोध केंद्र (सेंटर आफ एक्सीलेंस) बनाने की घोषणा कर दी थी. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (center of excellence) बनकर तैयार हो चुका है और अब भाजपा के सबसे चर्चित नेताओं में शुमार रहे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई का नाम एक बार फिर कानपुर से जुड़ जाएगा. अब, उनके नाम पर शहर में नया रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा. इस फैसले से भाजपाइयों में बेहद उत्साह है. शहर में इस नए एलिवेटेड ट्रैक के बनते ही शहर से कल्याणपुर स्टेशन को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा.
दलहन अनुसंधान संस्थान (Pulses Research Institute) के पास होगा नया स्टेशन : शहर से सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यदेव पचौरी (MP and senior BJP leader Satyadev Pachauri) ने ईटीवी भारत को बताया कि शहर में पहली बार अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक (Anwarganj-Mandhana Railway Track) पर अब एलिवेटेड ट्रैक होगा. उन्होंने कहा कि जिस दिन इस ट्रैक को लेकर अंतिम बैठक हुई थी, उसी दिन यह तय कर लिया गया था कि अब जो नया स्टेशन बनेगा उसका नाम देश के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर होगा. बोले, उन्होंने खुद और कानपुर देहात से भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने पूर्व पीएम के नाम पर स्टेशन बनाए जाने के लिए प्रस्ताव तैयार कराया और उसे रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है. अब केवल रेलवे बोर्ड को अंतिम मुहर लगानी है.
डीएवी काॅलेज में की पढ़ाई, शहर से प्रचारक बने : भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी (BJP MP Satyadev Pachauri) ने बताया कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई ने शहर के डीएवी काॅलेज से ही अपनी पढ़ाई की. इसके अलावा वह शहर से ही प्रचारक बने. पूर्व पीएम का कानपुर से बेहद अधिक लगाव रहा. उन्होंने शहर में कई नेताओं को तैयार कर दिया था.
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