कानपुर/सहारनपुर : आगामी विधानसभा चुनाव में अराजकता और अशांति फैलाने के उद्देश्य से तैयार हो रहे अवैध असलहों की बड़ी खेप आउटर स्वाट टीम व थाना बिधनू पुलिस ने बरामद की है. पुलिस ने इन अवैध हथियारों के बनाने वाली असलहा फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ किया है. पुलिस ने बड़ी मात्रा में तैयार असलहे बरामद किए हैं. आरोपियों ने बताया कि इन असलहों की सप्लाई प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में होती थी.
रिंद नदी के पास चल रही चेकिंग में स्वाट टीम और थाना बिधनू पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा. उसके पास से एक तमन्चा देशी 315 बोर व एक अदद कारतूस बरामद हुआ. पूछताछ में उसने अपना नाम जगजीवन पासी बताया. बरामद तमंचे के बारे में पूछताछ करने पर उसने बताया कि ग्राम गडरियन पुरवा में शिववरन नाम का व्यक्ति तमन्चा बनाता है. वह उसी से खरीदा है.
पकड़े गये अभियुक्तों को साथ ले जाकर पुलिस और स्वाट टीम ने थाना घाटमपुर क्षेत्र के तिलसड़ा गांव के खेत में बने कमरे में छापेमारी की. यहां पर अवैध हथियारों को बनाने की फैक्ट्री चल रही थी. पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके जांच शुरू कर दी है. एक असलहे की कीमत पांच से दस हजार रुपये होती थी, जिससे जैसी सेटिंग बन जाए वैसे उसको बेच दिया जाता था. बरामद कुल माल की कीमत लाखों में है. पुलिस अब पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है, जहां-जहां यह सप्लाई किये जाते थे.
वहीं, दूसरी ओर सहारनपुर में बुधवार को पुलिस ने अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर 2 असलाह तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में बने असलाह के साथ उपकरण और कारतूस बरामद किए हैं. जानकारी के मुताबिक असलाह तस्कर पश्चमी उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में सप्लाई कर रहे थे, जिससे विधानसभा चुनाव में खलल डालने का प्लान था. लेकिन समय रहते पुलिस ने फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर बड़ी कामयाबी हासिल की है.
इसे भी पढ़ेंः अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़, तहखाने में जाने के लिए बनाया था सुरंग, हर कोई हैरान
सूचना मिली थी कि थाना कुतुबशेर इलाके की एकता कॉलोनी में अवैध हथियारों की फैक्ट्री चल रही है. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी कर दो टॉपटेन बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जबकि मास्टरमाइंड एवं फैक्ट्री मालिक मौके से भागने में कामयाब हो गया. पुलिस ने अवैध हथियारों की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए मौके से भारी मात्रा में हथियारों की जखीरा बरामद किया है. पुलिस ने मौके से मोहम्मद साजिद और आसिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. फरार मुख्य सरगना टीपू की तलाश कर रही है.
एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि सभी अभियुक्त थाने के टॉप-10 बदमाशों में है. गिरफ्तार मोहम्मद साजिद पर 17, आसिफ पर 32 और मास्टरमाइंट टीपू पर 34 पर गोकशी, लूट और अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. एसपी सिटी के मुताबिक टीपू ने गौकशी और लूट के पैसे से अवैध हथियारों की फैक्ट्री लगाई थी. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह हथियारों की सप्लाई हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब के साथ यूपी के कई जिलों में करते थे.
जानिए कितने हथियार हुए बरामद
12 बोर के 16 तमंचे, 315 बोर के 15 अधबने तमंचे, 315 बोर के 10 कारतूस, 12 बोर के 5 कारतूस, 12 बोर के 10 खोखा कारतूस, 315 बोर का एक खोखा बरामद हुए हैं. वहीं, शस्त्र बनाने के उपकरण में 37 नाल लोहा 12 बोर, 20 नाल लोहा 315 बोर, हाथ की एक ड्रिल मशीन, बिजली की एक ड्रिल मशीन, लोहे के दो शिकंजे, लोहे की एक रसायन मशीन, 16 रेती, 315 बोर के 15 अधबने तमंचे, 20 बाडी तमंचा, 3 आरी लोहा, 2 लोहे की डाई, तमंचे में लगने वाले 50 ट्रेगर, 30 इंजेक्टर, 50 रिपिट, 20 बिट लोहा, 20 छोटे -बडे़ बरमे लोहा, 20 लकड़ी की चाप, लोहे के 15 पल्ले, 5 शुम्भी, 6 छैनी, 1 हथोड़ी, 20 पत्ती लोहा, 2 बिजली के ग्राइंडर, 25 ग्राइंडर ब्लेड, 2 पेचकस, लोहे की 1 सिंडासी, 1 वेल्डिंग मशीन मय बिजली वायर, 25 ब्लेड आरी आदि बरामद हुई.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप