कानपुर: उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण का रविवार को कोरोना से निधन हो गया. उनका इलाज एसजीपीजीआई लखनऊ में चल रहा था. रविवार सुबह उनके निधन की खबर आने के बाद से पार्टी में शोक का माहौल हो गया. वहीं इसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपना अयोध्या का दौरा भी कैंसिल कर दिया और साथ ही कमल रानी वरुण के निधन पर शोक सद्भावना व्यक्त की.
कमल रानी वरुण दो बार सांसद रह चुकी हैं और इस समय वह कानपुर के घाटमपुर विधानसभा से विधायक थीं. प्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री भी थीं. कुछ समय पहले उनको बुखार की शिकायत होने पर उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट कराया था. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम के द्वारा किया जा रहा था. कल तक स्थिति सामान्य थी लेकिन रविवार सुबह जैसे ही उनकी मौत की खबर घर वालों को मिली तो पूरे घर में मातम का माहौल छा गया. वहीं खबर सुनते ही उनके घर में लोगों का जमावड़ा लग गया.
2015 में कमल रानी के पति का निधन हो गया था, जिसके बाद 2017 में वह घाटमपुर सीट से भाजपा की पहली विधायक चुनकर विधानसभा पहुंची थी. उनके परिवार में अब उनकी बेटी और दामाद हैं, जहां उनका भैरव घाट में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा.
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह, चेतन चौहान, आयुष मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उपेंद्र तिवारी और रघुराज सिंह कोरोना पॉजिटिव हुए हैं. हालांकि राजेंद्र प्रताप अब स्वस्थ हो चुके हैं, जब कि बाकी लोगों का इलाज चल रहा है.