ETV Bharat / state

चमोली ग्लेशियर हादसा: गंगा तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी, सतर्क रहने की हिदायत

उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से बड़ी तबाही मची है. इस आपदा के बाद यूपी में भी अलर्ट जारी किया गया है. गंगा किनारे वाले जिलों में प्रशासन को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. यूपी के कानपुर, शाहजहांपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, कन्नौज, चंदौली समेत कई गंगा तटीय जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है.

author img

By

Published : Feb 8, 2021, 4:37 AM IST

यूपी में चमोली में ग्लेशियर टूटने से अलर्ट.
यूपी में चमोली में ग्लेशियर टूटने से अलर्ट.

लखनऊ: चमोली जिले (उत्तराखंड) के तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई है. कई लोगों की जान चली गई. अभी भी 100 से अधिक लोग लापता हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन रात में भी जारी है. इसी बीच खबर है कि ग्लेशियर टूटने के बाद तपोवन के पास एक झील बन गई है. अब इस झील का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में जिलाधिकारी ने एहतियातन टिहरी बांध से पानी छोड़ने का निर्देश दिया है. इस आपदा के बाद यूपी में भी अलर्ट जारी किया गया है. गंगा किनारे वाले जिलों मे प्रशासन को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

कानपुर में अलर्ट
चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. उत्तराखंड की जल त्रासदी को देखते हुए पूरे उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट जारी किया गया है. गंगा के सीमावर्ती जिलों में खासा एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके बाद कानपुर पुलिस और प्रशासनिक अमला चौकन्ना हो गया है. यूपी में अलर्ट जारी होते ही कानपुर के गंगा किनारे के गांवों का अधिकारियों ने न सिर्फ दौरा शुरू कर दिया है, बल्कि नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट करती नजर आ रही है.

गंगा बैराज पर अधिकारियों की नजर
गंगा बैराज के अधिशासी अभियंता जेपी सिंह लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने बताया कि ग्लेशियर टूट कर गिरने के बाद अलकनंदा में निर्मित बांध भी टूट चुका है. बांध के अचानक टूट जाने से गंगा नदी का जलस्तर और बहाव में खासा इजाफा हुआ है. उन्होंने बताया कि गंगा का बढ़ा हुआ जलस्तर हरिद्वार, नरोरा से होते हुए 8 से 10 दिनों में कानपुर पहुंच जाएगा, जिसकी क्षमता लगभग एक लाख क्यूसेक पानी होगी.

कल्पवास में रह रहे साधु-संतों को गंगा किनारे से हटाया गया
शाहजहांपुर में गंगा नदी के तट पर लगने वाले ढाई घाट मेले में जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. साथ ही कल्पवास में रह रहे साधु-संतों और श्रद्धालुओं को गंगा घाट से हटाकर ऊंचे स्थान पर उनके तंबू लगवाए गए हैं. बाढ़ की आशंका के चलते मेले में हाई अलर्ट जारी किया गया है. दरअसल, ढाई घाट माघ मेले में कल्पवास में साधु-संत और गृहस्थ श्रद्धालु माघ के पूरे महीने रहते हैं. प्रशासन ने किसी भी तरह की अनहोनी की आशंका के चलते हाई अलर्ट घोषित कर दिया है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

मौनी अमावस्या के स्नान पर नहीं पड़ेगा असर
ग्लेशियर टूटने से धौली गंगा में आई बाढ़ के दृष्टिगत प्रयागराज मंडलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी ने मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आई ट्रिपल सी सभागार में आपदा प्रबंधन की बैठक की. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अवगत कराया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रयागराज में गंगा के जलस्तर में लगभग 60 से 70 सेंटीमीटर की वृद्धि 5 से 6 दिनों में हो सकती है. अतः 11 फरवरी को होने वाले मौनी अमावस्या के स्नान पर इसका कोई असर पड़ने की उम्मीद नहीं है. मंडलायुक्त आर रमेश कुमार ने एहतियातन सभी विभागों को सतर्क रहने तथा माघ मेले के तटीय इलाकों के पास बसी हुई संस्थाओं के शिविरों की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
प्रयागराज के गंगा तटों पर अलर्ट.

चोरी-छिपे गंगा में खनन करने वालों की तलाश में प्रशासन
ग्लेशियर टूटने से आई तबाही के मद्देनजर मिर्जापुर प्रभारी डीएम और सीडीओ अविनाश सिंह ने बैठक कर विभागीय अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा. साथ ही गंगा के तटीय स्थित गांवों में रहने वाले लोगों को 24 घंटे गंगा के जल स्तर पर नजर रखने की बात कही है. उन्होंने निर्देश दिया है कि चोरी-छिपे गंगा में खनन करने वालों को लेकर भी विभाग तलाश कर पकड़ कर वहां से हटाए. वहीं नगर मजिस्ट्रेट विंध्याचल ने एनडीआरएफ की टीम को भी हर समय तैयार रहने की हिदायत दी है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

घर-गृहस्थी के सामान को ऊंचे स्थान पर व्यवस्थित करने के निर्देश
चंदौली में ग्लेशियर टूटने से हुई भारी तबाही के बाद जिला प्रशासन ने गंगा के तटीय इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. डीएम चन्दौली संजीव सिंह के निर्देश पर सिंचाई विभाग और जिला पंचायत विभाग गंगा की निगरानी और एहतियात में जुट गया है. साथ ही तटीय इलाकों में बसे लोगों से आग्रह किया है कि वे अपनी दैनिक उपयोग और घर-गृहस्थी के सामान को ऊंचे स्थान पर व्यवस्थित कर लें, ताकि जलस्तर बढ़ने से होने वाले संभावित खतरे से बचा जा सके. इसके अनुपालन की कड़ी में डीपीआरओ ने विकास खण्ड-नियामताबाद, धानापुर एव चहनियां के सहायक विकास अधिकारी(पंचायत) को निर्देशित किया जाता है. ताकि गंगा के किनारे स्थित ग्राम पंचायतों के सचिवों एवं निवर्तमान ग्राम प्रधानों के जरिए इसे लेकर प्रचार-प्रसार किया जाय, ताकि बाढ़ से संभावित जोखिम को टाला जा सके.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

गढ़मुक्तेश्वर में हाई अलर्ट
हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में चमोली हादसे के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. गंगा किनारे स्थित गांवों के लिए डीएम और एसपी ने अलर्ट रहने को कहा है. हापुड़ में गंगा नगरी बृजघाट और गढ़मुक्तेश्वर में पुलिस प्रशासन मुस्तैद हो गया है. एडीएम ने संबंधित चौकियों को अलर्ट कर गंगा से सटे गांवों में मुनादी करवाई है. साथ ही खादर क्षेत्र के गंगा टापू पर बसे गांवों को खाली कराया जा रहा है, इसके अलावा एनडीआरएफ और पीएसी को भी तैनात किया जा रहा है. पुलिस एनाउंसमेंट कर लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

कन्नौज डीएम ने मछुआरों को गंगा तट से दूर रहने को कहा
कन्नौज में ग्लेशियर टूटने से हुई त्रासदी के बाद अलर्ट घोषित कर दिया गया है. डीएम ने टीम के साथ गंगा किनारे बसे गांवों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. डीएम ने मछुआरे, नाविक और ग्रामीणों को गंगा तट से अग्रिम आदेश तक दूर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही गांवों में एक किलोमीटर दूर बाढ़ चौकियां और शेल्टर होम बनाने के निर्देश दिए हैं. प्रशासन ने आपात कालीन नंबर भी जारी किया है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

प्रशासन ने जारी किया इमरजेंसी नंबर
इमरजेंसी ऑपरेशन केंद्र का इमरजेंसी टोल फ्री नंबर 1077 व लैंड लाइन नंबर 05694 -265606 व मोबाइल नं. 9454465005 जारी किया है. आपदा की स्थित में लोग इन नंबरों पर कॉल पर सहायता ले सकते हैं.

लखनऊ: चमोली जिले (उत्तराखंड) के तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई है. कई लोगों की जान चली गई. अभी भी 100 से अधिक लोग लापता हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन रात में भी जारी है. इसी बीच खबर है कि ग्लेशियर टूटने के बाद तपोवन के पास एक झील बन गई है. अब इस झील का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में जिलाधिकारी ने एहतियातन टिहरी बांध से पानी छोड़ने का निर्देश दिया है. इस आपदा के बाद यूपी में भी अलर्ट जारी किया गया है. गंगा किनारे वाले जिलों मे प्रशासन को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

कानपुर में अलर्ट
चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. उत्तराखंड की जल त्रासदी को देखते हुए पूरे उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट जारी किया गया है. गंगा के सीमावर्ती जिलों में खासा एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके बाद कानपुर पुलिस और प्रशासनिक अमला चौकन्ना हो गया है. यूपी में अलर्ट जारी होते ही कानपुर के गंगा किनारे के गांवों का अधिकारियों ने न सिर्फ दौरा शुरू कर दिया है, बल्कि नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट करती नजर आ रही है.

गंगा बैराज पर अधिकारियों की नजर
गंगा बैराज के अधिशासी अभियंता जेपी सिंह लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने बताया कि ग्लेशियर टूट कर गिरने के बाद अलकनंदा में निर्मित बांध भी टूट चुका है. बांध के अचानक टूट जाने से गंगा नदी का जलस्तर और बहाव में खासा इजाफा हुआ है. उन्होंने बताया कि गंगा का बढ़ा हुआ जलस्तर हरिद्वार, नरोरा से होते हुए 8 से 10 दिनों में कानपुर पहुंच जाएगा, जिसकी क्षमता लगभग एक लाख क्यूसेक पानी होगी.

कल्पवास में रह रहे साधु-संतों को गंगा किनारे से हटाया गया
शाहजहांपुर में गंगा नदी के तट पर लगने वाले ढाई घाट मेले में जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. साथ ही कल्पवास में रह रहे साधु-संतों और श्रद्धालुओं को गंगा घाट से हटाकर ऊंचे स्थान पर उनके तंबू लगवाए गए हैं. बाढ़ की आशंका के चलते मेले में हाई अलर्ट जारी किया गया है. दरअसल, ढाई घाट माघ मेले में कल्पवास में साधु-संत और गृहस्थ श्रद्धालु माघ के पूरे महीने रहते हैं. प्रशासन ने किसी भी तरह की अनहोनी की आशंका के चलते हाई अलर्ट घोषित कर दिया है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

मौनी अमावस्या के स्नान पर नहीं पड़ेगा असर
ग्लेशियर टूटने से धौली गंगा में आई बाढ़ के दृष्टिगत प्रयागराज मंडलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी ने मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आई ट्रिपल सी सभागार में आपदा प्रबंधन की बैठक की. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अवगत कराया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रयागराज में गंगा के जलस्तर में लगभग 60 से 70 सेंटीमीटर की वृद्धि 5 से 6 दिनों में हो सकती है. अतः 11 फरवरी को होने वाले मौनी अमावस्या के स्नान पर इसका कोई असर पड़ने की उम्मीद नहीं है. मंडलायुक्त आर रमेश कुमार ने एहतियातन सभी विभागों को सतर्क रहने तथा माघ मेले के तटीय इलाकों के पास बसी हुई संस्थाओं के शिविरों की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
प्रयागराज के गंगा तटों पर अलर्ट.

चोरी-छिपे गंगा में खनन करने वालों की तलाश में प्रशासन
ग्लेशियर टूटने से आई तबाही के मद्देनजर मिर्जापुर प्रभारी डीएम और सीडीओ अविनाश सिंह ने बैठक कर विभागीय अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा. साथ ही गंगा के तटीय स्थित गांवों में रहने वाले लोगों को 24 घंटे गंगा के जल स्तर पर नजर रखने की बात कही है. उन्होंने निर्देश दिया है कि चोरी-छिपे गंगा में खनन करने वालों को लेकर भी विभाग तलाश कर पकड़ कर वहां से हटाए. वहीं नगर मजिस्ट्रेट विंध्याचल ने एनडीआरएफ की टीम को भी हर समय तैयार रहने की हिदायत दी है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

घर-गृहस्थी के सामान को ऊंचे स्थान पर व्यवस्थित करने के निर्देश
चंदौली में ग्लेशियर टूटने से हुई भारी तबाही के बाद जिला प्रशासन ने गंगा के तटीय इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. डीएम चन्दौली संजीव सिंह के निर्देश पर सिंचाई विभाग और जिला पंचायत विभाग गंगा की निगरानी और एहतियात में जुट गया है. साथ ही तटीय इलाकों में बसे लोगों से आग्रह किया है कि वे अपनी दैनिक उपयोग और घर-गृहस्थी के सामान को ऊंचे स्थान पर व्यवस्थित कर लें, ताकि जलस्तर बढ़ने से होने वाले संभावित खतरे से बचा जा सके. इसके अनुपालन की कड़ी में डीपीआरओ ने विकास खण्ड-नियामताबाद, धानापुर एव चहनियां के सहायक विकास अधिकारी(पंचायत) को निर्देशित किया जाता है. ताकि गंगा के किनारे स्थित ग्राम पंचायतों के सचिवों एवं निवर्तमान ग्राम प्रधानों के जरिए इसे लेकर प्रचार-प्रसार किया जाय, ताकि बाढ़ से संभावित जोखिम को टाला जा सके.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

गढ़मुक्तेश्वर में हाई अलर्ट
हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में चमोली हादसे के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. गंगा किनारे स्थित गांवों के लिए डीएम और एसपी ने अलर्ट रहने को कहा है. हापुड़ में गंगा नगरी बृजघाट और गढ़मुक्तेश्वर में पुलिस प्रशासन मुस्तैद हो गया है. एडीएम ने संबंधित चौकियों को अलर्ट कर गंगा से सटे गांवों में मुनादी करवाई है. साथ ही खादर क्षेत्र के गंगा टापू पर बसे गांवों को खाली कराया जा रहा है, इसके अलावा एनडीआरएफ और पीएसी को भी तैनात किया जा रहा है. पुलिस एनाउंसमेंट कर लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

कन्नौज डीएम ने मछुआरों को गंगा तट से दूर रहने को कहा
कन्नौज में ग्लेशियर टूटने से हुई त्रासदी के बाद अलर्ट घोषित कर दिया गया है. डीएम ने टीम के साथ गंगा किनारे बसे गांवों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. डीएम ने मछुआरे, नाविक और ग्रामीणों को गंगा तट से अग्रिम आदेश तक दूर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही गांवों में एक किलोमीटर दूर बाढ़ चौकियां और शेल्टर होम बनाने के निर्देश दिए हैं. प्रशासन ने आपात कालीन नंबर भी जारी किया है.

यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.
यूपी के गंगा तटों पर अलर्ट.

प्रशासन ने जारी किया इमरजेंसी नंबर
इमरजेंसी ऑपरेशन केंद्र का इमरजेंसी टोल फ्री नंबर 1077 व लैंड लाइन नंबर 05694 -265606 व मोबाइल नं. 9454465005 जारी किया है. आपदा की स्थित में लोग इन नंबरों पर कॉल पर सहायता ले सकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.