कानपुर : शहर में आईआईटी कानपुर से लेकर नौ स्टेशनों को पार करके यात्री एलिवेटेड ट्रैक के जरिए मेट्रो से मोतीझील स्टेशन पर पहुंचते हैं. अब आगामी मार्च तक मेट्रो सुरंग से होकर गुजरने लगेगी. यात्रियों को सुरंग से होकर मेट्रो के सफर का मौका मिलेगा. सब कुछ ठीकठाक रहा तो लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के आसपास ही चुन्नीगंज से लेकर चार स्टेशनों को पार करते हुए मेट्रो नया गंज स्टेशन पर सुरंग से होकर चलने लगेगी. आगामी दो माह के अंदर मेट्रो को कानपुर सेंट्रल तक चलाने की पूरी तैयारी है.
32 किलोमीटर ट्रैक पर मेट्रो को दौड़ाने का है प्लान : उप्र मेट्रो रेल कार्पोरेशन के आला अफसरों ने बताया कि, शहर में दो कॉरिडोर के अंतर्गत 32 किलोमीटर ट्रैक पर मेट्रो को दौड़ाने का प्लान बनाया गया है. अभी मौजूदा समय में पहले कॉरिडोर के तहत 23.5 किलोमीटर ट्रैक पर मेट्रो का संचालन हो रहा है. आईआईटी कानपुर से मोतीझील तक मेट्रो के लिए कुल नौ स्टेशन बनाए गए हैं.
विस चुनाव से पहले पीएम मोदी ने दिया था तोहफा : शहर की लगभग 60 लाख की आबादी को पीएम मोदी ने 28 दिसंबर 2021 को करीब 11 हजार करोड़ रुपये का यह नायाब तोहफा दिया था. मेट्रो का संचालन होने के कुछ माह बाद ही विधानसभा चुनाव हुए थे. अब, माना जा रहा है, कि लोकसभा चुनाव से पहले कानपुर के लोगों को एक बार फिर मेट्रो के चार नए स्टेशन का तोहफा मिल जाएगा.
जानिए, कैसे एलिवेटेड ट्रैक से सुरंग तक पहुंचेगी मेट्रो : मेट्रो के एक आला अफसर ने बताया, कि अभी मोतीझील तक एलिवेटेड ट्रैक है. इसके आगे बढ़ने पर बृजेंद्र स्वरूप पार्क तक यह ट्रैक रहेगा. फिर यहां से एक रैम्प पर मेट्रो उतरेगी. इसके बाद यह सीधे चुन्नीगंज स्टेशन पर टनल के रास्ते से पहुंचेगी. नयागंज तक सुरंग जैसा ट्रैक ही होगा.
यह भी जानिए : मेट्रो के लिए कुल बजट करीब 11 हजार करोड़ है. चुन्नीगंज से नयागंज तक कुल टनल की लंबाई तीन किलोमीटर है. पहले कॉरिडोर की कुल लंबाई 23.5 किलोमीटर है. दूसरे कॉरिडोर की कुल लंबाई 8.5 किलोमीटर है.
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