कानपुर: दोपहर करीब एक बजे लगभग अचानक ही कानपुर विकास प्राधिकरण(Kanpur Development Authority) के आसपास यह चर्चा जोरों पर होने लगी, कि शहर के तमाम अधिवक्ताओं ने केडीए वीसी का घेराव कर दिया है. दरअसल अच्छी संख्या में अधिवक्ता उक्त समय से कुछ देर पहले ही केडीए में वीसी अरविंद सिंह से मिलने पहुंचे थे. हालांकि, थोड़ी देर बाद केडीए के अफसरों ने कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर यह जानकारी दी कि बार व लायर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी केडीए वीसी से मिलने आए थे.
बार व लायर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने केडीए वीसी अरविंद सिंह से मुलाकात की. वरिष्ठ पदाधिकारियों ने केडीए वीसी से कहा कि पिछले कई माह से उनके द्वारा शहर में जो भूमाफिया से करोड़ों रुपये की जमीनें कब्जामुक्त कराई गईं हैं, उन पर अधिवक्ताओं के लिए आवास बनवा दें. पदाधिकारियों ने बाकायदा केडीए वीसी को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा. केडीए वीसी ने सभी को आश्वस्त किया कि जो जमीनें कब्जामुक्त हुईं हैं उन पर जल्द ही आवासीय व व्यावसायिक योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा.
ज्ञापन सौंपने के दौरान केडीए वीसी के सामने 100 से अधिक अधिवक्ता मौजूद थे, जिनमें मुख्य रूप से सलिल कुमार शुक्ला, राघवेंद्र प्रताप सिंह, राकेश तिवारी, रामजी दुबे, अनूप द्विवेदी, जागेंद्र अवस्थी, सतेन्द्र बाजपेई, आलोक सिंह, कुलदीप सोनकर आदि उपस्थित रहे.
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कुछ दिनों पहले ही केडीए वीसी अरविंद सिंह(KDA VC Arvind Singh) के खिलाफ लोकायुक्त ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है. शहर में भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने केडीए वीसी पर भ्रष्टाचार व अनियमितता के कई गंभीर आरोप लगाकर लोकायुक्त के पास शिकायत की थी. जब से यह मामला सामने आया है, तब से शहर में अफसरों के बीच केडीए वीसी की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है.
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