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रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर लगा NSA - राष्ट्रीय सुरक्षा कानून

कानपुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर NSA की कार्रवाई शुरू हो गई है. बाबू पुरवा पुलिस ने एसटीएफ की मदद से रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. तीनों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की गई है.

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी
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Published : May 22, 2021, 12:24 PM IST

कानपुर: कोरोना काल में दवाओं की कालाबाजारी करने वाले अपराधियों पर अब जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है. इसी क्रम में कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर भी एनएसए के तहत कार्रवाई के लिए पुलिस की संस्तुति पर जिलाधिकारी ने मुहर लगा दी है. अब उन आरोपियों पर रासुका (NSA) के तहत कार्रवाई की जा रही है.

जानकारी देते जिलाधिकारी आलोक तिवारी.


इंजेक्शन जांच के लिए भेजा गया था लखनऊ

दरअसल, बीती 15 अप्रैल को एसटीएफ और बाबू पुरवा पुलिस ने एसटीएफ की मदद से तीन आरोपियों को रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया था. इनके पास से 265 इंजेक्शन बरामद किए गए थे. वहीं इन इंजेक्शन को जांच के लिए लखनऊ भेजा गया था. जहां पर यह इंजेक्शन जांच में नकली पाए गए थे. पुलिस ने रासुका लगाने के लिए जो फाइल तैयार की थी यह उसमें आधार बनाया गया था कि आरोपियों को पता था कि यह इंजेक्शन नकली है. उसके बाद भी उन्होंने उसकी कालाबाजारी की. इससे सैकड़ों लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी. मामले को लेकर इन आरोपियों के ऊपर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढे़ं- डीआरडीओ ने विकसित की कोविड19 रोधी एंटीबॉडी का पता लगाने वाली किट

शासन द्वारा सख्त आदेश दिए गए थे कि कोरोना काल में दवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. इसी क्रम में इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के पर रासुका के तहत कार्रवाई की जा रही है, ताकि यह लोग भविष्य में दोबारा ऐसा अपराध ना करें.

-आलोक तिवारी, जिलाधिकारी

कानपुर: कोरोना काल में दवाओं की कालाबाजारी करने वाले अपराधियों पर अब जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है. इसी क्रम में कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर भी एनएसए के तहत कार्रवाई के लिए पुलिस की संस्तुति पर जिलाधिकारी ने मुहर लगा दी है. अब उन आरोपियों पर रासुका (NSA) के तहत कार्रवाई की जा रही है.

जानकारी देते जिलाधिकारी आलोक तिवारी.


इंजेक्शन जांच के लिए भेजा गया था लखनऊ

दरअसल, बीती 15 अप्रैल को एसटीएफ और बाबू पुरवा पुलिस ने एसटीएफ की मदद से तीन आरोपियों को रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया था. इनके पास से 265 इंजेक्शन बरामद किए गए थे. वहीं इन इंजेक्शन को जांच के लिए लखनऊ भेजा गया था. जहां पर यह इंजेक्शन जांच में नकली पाए गए थे. पुलिस ने रासुका लगाने के लिए जो फाइल तैयार की थी यह उसमें आधार बनाया गया था कि आरोपियों को पता था कि यह इंजेक्शन नकली है. उसके बाद भी उन्होंने उसकी कालाबाजारी की. इससे सैकड़ों लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी. मामले को लेकर इन आरोपियों के ऊपर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी.

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शासन द्वारा सख्त आदेश दिए गए थे कि कोरोना काल में दवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. इसी क्रम में इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के पर रासुका के तहत कार्रवाई की जा रही है, ताकि यह लोग भविष्य में दोबारा ऐसा अपराध ना करें.

-आलोक तिवारी, जिलाधिकारी

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