कानपुर: शहर के नजीराबाद थाना क्षेत्र में मरियमपुर अस्पताल के बाहर रतन कालोनी निवासी जयमंती पिछले कई सालों से जूस व फलों का ठेला लगा रही थी. जयमंती से हर माह ठेला लगाने वाली जगह का पैसा वसूलने वाला फल दुकानदार मनोज पिछले कई दिनों से लगातार रुपये मांग रहा था. इसे लेकर विवाद चल रहा था.
आरोप है कि आठ जून को रात करीब 10 बजे जब जयमंती अपने पुत्रों के साथ वापस घर जा रही थी, तब मनोज ने अपने दोस्तों संग कार से जयमंती को कुचल दिया था. इसके बाद जयमंती की मौत हो गई. रविवार को इस मामले में नजीराबाद पुलिस ने आरोपी मनोज व उसके साजिश रच हत्या में शामिल तीन दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. एक अभियुक्त गयाप्रसाद अभी फरार है. सीसीटीवी व फोन कॉल्स की डिटेल के बाद सभी आरोपी पकड़े गए और हत्या की साजिश का राज भी खुल गया
दोस्तों में बांटे 50 हजार रुपये, कुचलने के बाद की शराब की पार्टी: पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने जिस दिन जयमंती पर कार चढ़ाई थी, उस दिन रात में जिस-जिस ने इस एक्सीडेंट को देखा था, उसके रोंगटे खड़े हो गए थे. आरोपी जयमंती को कार में फंसाकर 50 मीटर तक कार को खींचते चले गए थे. उनकी हैवानियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि जयमंती को कार से कुचलने के बाद सभी ने शराब की पार्टी की थी. वहीं, पूरी घटना के मास्टरमाइंड मनोज ने अपने दोस्तों अभय को 20 हजार, महेश नागर को 20 हजार व अमित को 10 हजार रुपये दिए थे. जिस कार से एक्सीडेंट किया गया था, वह अभय की थी और कार पर लोन था. उसे चुकाने के लिए अभय ने इस हत्याकांड में शामिल होने का समझौता किया था. वहीं, महेश नागर मनोज के बगल वाली सीट पर था. घटना के अगले दिन ही पूरे मामले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था.
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