कानपुर: जिले में मूसलाधार बारिश में आम आदमी का सड़क पर निकलना खतरे से खाली नहीं है. क्योंकि महानगर के अधिकांश इलाको में सड़कों में पानी लबालब भरा है. साथ ही सैकड़ों सीवर के मेनहोल खुले हैं जो मौत को दावत दे रहे हैं. कई घटनाएं होने के बावजूद नगर निगम व कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारी इस मामले गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. जानकारी होने बाद भी वो सफेद झूठ बोलने में भी बिल्कुल नहीं चूकते. उनका एक ही बयान है कि सभी में मेनहोल के ढक्कन लगवा दिए गए हैं कहीं कोई मेनहोल खुला नहीं है.
नालों के ढक्कन गायब होने से हो रहे हादसे
- जिले के पनकी गंगागंज इलाके में केडीए ने बड़े-बड़े अपार्टमेंट का निर्माण कर उन्हें महंगे दामों पर बेच दिया.
- लोग जब वहां रहने पहुंचे तो उनके होश उड़ गए, क्योंकि अपार्टमेंट के आसपास बने नालों के ढक्कन गायब थे.
- लोगों ने इस सम्बन्ध में जलकल विभाग और केडीए को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ.
- स्थानीय लोगों की मानें तो बरसात के दिनों में यह इलाका जलमग्न हो जाता है.
- सड़कों के किनारे बने नालों के ढक्कन गायब है, जिसकी वजह से अक्सर हादसा होता रहता है.
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इस मामले में जलकल विभाग के सचिव रामबाबू यादव का कहना है कि हमारे कार्यक्षेत्र में इस तरह की कोई समस्या नहीं है. जिन इलाकों की बात है उनका काम कानपुर विकास प्राधिकरण के अंडर में आता है.
पनकी क्षेत्र के शताब्दी नगर,डूडा,रतनपुर सभी जगहों पर लाखों रुपयों का टेंडर दिया गया था. हजारों सीवर मेनहोल के ढक्कन लगवाए गए वो सभी चोरी हो गए हैं. अज्ञात चोरों के खिलाफ लाखों रुपयों के ढक्कन गायब होने का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
-एस. पी सिंह, सचिव, कानपुर विकास प्राधिकरण