कानपुर : जिले के थाना सजेती क्षेत्र में हुए सामूहिक दुष्कर्म कांड में डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 2 चौकी इंचार्ज और एक सिपाही को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है. इतना ही नहीं, डीआईजी ने तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दे दिए हैं. इसकी जांच एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव को सौंपी गई है. पुलिसकर्मियों के खिलाफ डीआईजी के एक्शन से पुलिस महकमे में खलबली मच गई है.
सीओ की जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए थे तीनों पुलिसकर्मी
डीआईजी ने निलंबन की कार्रवाई सीओ घाटमपुर गिरीश कुमार की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर की है. डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना और पीड़िता के पिता की ट्रक से कुचल कर मौत के मामले पर पुलिस वालों पर लापरवाही के आरोप लगे थे. इसकी जांच क्षेत्राधिकारी घाटमपुर से कराई गई थी. जांच में लापरवाही की बात सामने आने पर दो चौकी इंचार्ज और सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं.
इन पर गिरी गाज
घाटमपुर के सजेती थाना क्षेत्र के जिस गांव में सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी, वहां के चौकी इंचार्ज राम शिरोमणि और घाटमपुर के चौकी इंचार्ज अब्दुल कलाम समेत आदेश कुमार नाम के सिपाही को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. सीओ घाटमपुर की जांच में तीनों की लापरवाही की बात सामने आई थी.
ये था पूरा मामला
मामला घाटमपुर के सजेती थाना क्षेत्र का है. दो दिन पहले एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था. बुधवार को किशोरी के पिता ने एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद एक सड़क दुर्घटना में पिता की भी मौत हो गई.
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