कानपुर: वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. यूपी में गुरुवार कोे कोरोना से 104 लोगों की मौत हुई हैं. वहीं, प्रदेश में 22,439 नए मामले सामने आए हैं. इस बीच कानपुर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां पर कोविड मरीजों के इलाज में उपयोगी रेमडेसिविर की ब्लैक मार्केटिंग की बात निकल कर सामने आई है. लखनऊ-कानपुर की आर्मी इंटेलिजेंस ने संयुक्त अभियान चलाकर 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से रेमडेसिविर के 265 इंजेक्शन बरामद किए गए हैं.
एनएसए के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने कहा कि पकड़े गए ड्रग तस्करों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. मिलिट्री इंटेलिजेंस (लखनऊ) व यूपी एसटीएफ के इस ऑपरेशन में गिरफ्तार अभियुक्तों पर एनएसए लगाई जाएगी. क्योंकि यह मानवता के विरुद्ध गंभीर अपराध है. दवाई का स्रोत और धंधे में लिप्त सभी व्यक्तियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस ने दी जानकारी
डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ और कानपुर की आर्मी इंटेलिजेंस ने एसटीएफ के साथ मिलकर 3 लोगों को गिरफ्तार किया. इस दौरान थाना बाबू पुरवा पुलिस ने भी अहम भूमिका निभाई. पुलिस को इनके पास से कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिविर के 265 इंजेक्शन बरामद हुए हैं. जिसकी यह लोग ब्लैक मार्केटिंग कर रहे थे. पकड़े गए आरोपी मोहन सोनी, प्रशांत शुक्ला कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. जबकि सचिन कुमार हरियाणा का रहने वाला है. यह लोग इस वैक्सीन को किसको सप्लाई करने जा रहे थे. जिसकी पूछताछ की जा रही है. साथ ही बरामद रेमडेसिविर इंजेक्शन की जांच ड्रग विभाग कर रहा है.
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