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बिकरू कांड: जय वाजपेयी के भाइयों पर इनाम घोषित, जल्द गिरफ्त में होंगे बचे अपराधी

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Published : Aug 20, 2020, 8:47 PM IST

Updated : Aug 20, 2020, 10:33 PM IST

बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही जय के तीन भाइयों के गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस ने जय के भाइयों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित कर गैंगस्टर लगा दिया है.

kanpur news
तीनों पर पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट लगा दिया है.

कानपुर: बिकरू कांड में विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी के फरार भाइयों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है. जय के भाइयों की सूचना देने पर पुलिस ने 25 हजार के इनाम का ऐलान किया है. डीआईजी प्रीतिंदर सिंह के मुताबिक उन्हें कुछ अहम लीड मिली है और इन आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. पुलिस के लूटे गये सभी हथियार रिकवर कर लिये गये हैं और साथ ही आरोपियों के हथियार भी बरामद किए गए हैं.

जय वाजपेयी के भाइयों पर लगा गैंगस्टर.

दो जुलाई को बिकरू में था जय वाजपेयी
जय वाजपेयी के भाइयों की सूचना देने पर पुलिस ने 25 हजार के ईनाम घोषित किया है. शूटआउट के बाद विकास दुबे के साथियों की तलाश कर रही कानपुर पुलिस को काकादेव में तीन लग्जरी कारें सड़क पर लावारिस खड़ी मिली थीं. इन कारों का मालिक कारोबारी जय वाजपेयी था. इसके बाद पुलिस ने जय को हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद खुलासा हुआ था कि गैंगस्टर विकास दुबे और जय के बीच कारोबारी रिश्ते के साथ उसने असलहा व कारतूस भी सप्लाई की थी. दो जुलाई को वह बिकरू गांव में ही था. इसके बाद पुलिस ने जय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी के आदेश
जय वाजपेयी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके तीन भाई शोभित, रजय और अजय कांत बाजपेई के आपराधिक इतिहास को खंगाला तो कई मामलों में वांछित मिले. इसके बाद उन पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए गए. इसके बाद से नजीराबाद पुलिस जय वाजपेई के भाइयों की तलाश में ब्रह्मनगर, बजरिया व हर्षनगर स्थित तीनों मकानों के अलावा करीबियों के यहां दबिश दे रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिली.

'हर संभव प्रयास जारी'
डीआईजी कानपुर डॉ. प्रितिंदर सिंह ने बताया कि थाना नजीराबाद पर पंजीकृत मु.अ.सं.219/20 धारा-3(1) गैंगस्टर एक्ट में नामजद एवं वांछित अभियुक्त शोभित बाजपेयी, रजय कान्त बाजपेयी, अजय कान्त बाजपेयी की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. फरार तीनों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया है.

कानपुर: बिकरू कांड में विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी के फरार भाइयों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है. जय के भाइयों की सूचना देने पर पुलिस ने 25 हजार के इनाम का ऐलान किया है. डीआईजी प्रीतिंदर सिंह के मुताबिक उन्हें कुछ अहम लीड मिली है और इन आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. पुलिस के लूटे गये सभी हथियार रिकवर कर लिये गये हैं और साथ ही आरोपियों के हथियार भी बरामद किए गए हैं.

जय वाजपेयी के भाइयों पर लगा गैंगस्टर.

दो जुलाई को बिकरू में था जय वाजपेयी
जय वाजपेयी के भाइयों की सूचना देने पर पुलिस ने 25 हजार के ईनाम घोषित किया है. शूटआउट के बाद विकास दुबे के साथियों की तलाश कर रही कानपुर पुलिस को काकादेव में तीन लग्जरी कारें सड़क पर लावारिस खड़ी मिली थीं. इन कारों का मालिक कारोबारी जय वाजपेयी था. इसके बाद पुलिस ने जय को हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद खुलासा हुआ था कि गैंगस्टर विकास दुबे और जय के बीच कारोबारी रिश्ते के साथ उसने असलहा व कारतूस भी सप्लाई की थी. दो जुलाई को वह बिकरू गांव में ही था. इसके बाद पुलिस ने जय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी के आदेश
जय वाजपेयी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके तीन भाई शोभित, रजय और अजय कांत बाजपेई के आपराधिक इतिहास को खंगाला तो कई मामलों में वांछित मिले. इसके बाद उन पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए गए. इसके बाद से नजीराबाद पुलिस जय वाजपेई के भाइयों की तलाश में ब्रह्मनगर, बजरिया व हर्षनगर स्थित तीनों मकानों के अलावा करीबियों के यहां दबिश दे रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिली.

'हर संभव प्रयास जारी'
डीआईजी कानपुर डॉ. प्रितिंदर सिंह ने बताया कि थाना नजीराबाद पर पंजीकृत मु.अ.सं.219/20 धारा-3(1) गैंगस्टर एक्ट में नामजद एवं वांछित अभियुक्त शोभित बाजपेयी, रजय कान्त बाजपेयी, अजय कान्त बाजपेयी की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. फरार तीनों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया है.

Last Updated : Aug 20, 2020, 10:33 PM IST
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