कानपुर देहात/ बागपत: केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों, महंगाई, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था एनआरसी के मुद्दे को लेकर गुरुवार को कानपुर देहात के कलेक्ट्रेट मैदान में सपाइयों ने धरना प्रदर्शन किया. जिले में धारा 144 लागू होने के बाद भी सपाइयों ने सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान जनपद के कई थानों की फोर्स और आरएएफ के जवान बड़ी संख्या में चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे. सपा के इस कार्यक्रम को देखते हुए कानपुर देहात का माती मुख्यालय छावनी में तब्दील कर दिया गया. धरना के बाद समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने एडीएम प्रशासन को ज्ञापन दिया.
यूपी की कानून व्यवस्था निष्क्रिय हो गई है. महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, रेप जैसी घटनाएं हो रही हैं. महंगाई चरम पर है. यूपी सरकार अंकुश लगाने में फेल हो गई है. सरकार ने बाबा साहब के संविधान पर छेड़छाड़ की है. साथ ही योगी सरकार को बर्खास्त किया जाए.
समरथ पाल, सपा जिलाध्यक्ष
बागपत: जिला प्रशासन की सख्ती के बाद भी जिला कार्यालय में सपा के कार्यकर्ता प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए. अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ कार्यालय की घेराबंदी कर ली. प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए बाहर निकलने लगे. इस बीच पुलिस से धक्का मुक्की भी हुई.
प्रदेश भर में समाजवादी पार्टी ने धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी थी. इसके चलते बागपत जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए पूरे जिले में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया. जिले के अधिकारी भी सड़कों पर उतरे. समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय की भी पुलिस ने घेराबंदी की. सपा के कार्यालय में चंद ही कार्यकर्ता प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे और कार्यालय के अंदर ही घंटों तक नारेबाजी की. इसके बाद कार्यकर्ता ज्ञापन देने के लिए बाहर निकलने लगे तो पुलिसकर्मियों के रोकने पर नोकझोंक हुई.