कानपुर देहात: निलंबित चौबेपुर थाना प्रभारी विनय तिवारी समेत 7 आरोपियों को कानपुर पुलिस बुधवार को कानपुर देहात कोर्ट लेकर पहुंची. यहां सभी आरोपियों को जिला न्यायाधीश के आवास पर पेश कराया गया, जहां से सभी को कानपुर देहात की जिला कारागार में भेज दिया गया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एनकाउंटर में मारे गए अपराधी अमर दुबे की पत्नी, पिता समेत 25 हजार का इनामिया जहान सिंह भी शामिल है.
बता दें कि कानपुर एनकाउंंटर मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निलंबित एसओ विनय तिवारी और बीट प्रभारी केके शर्मा को गिरफ्तार किया. आईजी मोहित अग्रवाल और एसएसपी दिनेश कुमार पी ने गिरफ्तारी की पुष्टि की. दोनों पर विकास दुबे से सम्बन्ध होने, पुलिस टीम की जान खतरे में डालने और मौके से फरार होने का आरोप है.
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि आईपीसी की धारा 120-B के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. दोनों को जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस के काम में व्यवधान पहुंचाने, पुलिस पर हमला करने, पुलिस की कार्रवाई को लेकर षडयंत्र रचने के मामले में दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी, भले ही कोई पुलिसकर्मी ही दोषी क्यों न हो.
दरअसल, कानपुर के बिकरू गांव में हुई घटना के बाद से पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे थे. मामले में शक की सुई चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी पर थी, जिसके बाद विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया. बुधवार को शासन के निर्देश पर विनय तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. विनय तिवारी का लगभग एक साल पहले चंदौली से कानपुर ट्रांसफर हुआ था.
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सूत्रों के मुताबिक वादी राहुल तिवारी ने अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत की थी, जिसके बाद विनय तिवारी राहुल को लेकर विकास दुबे के घर समझौता कराने के लिए पहुंच गया. यहां विकास ने विनय के सामने राहुल को मारा और जबरन समझौता करवा दिया था, जिसके बाद राहुल ने ये बात आलाधिकारियों को बताई, तब जाकर मामले में मुकदमा दर्ज हुआ.