कानपुर देहात: शुक्रवार की देर रात ईटीवी भारत की टीम ने बढ़ती ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन की जमीनी हकीकत देखने के लिए रियलिटी चेक किया. गैर जनपदों से आकर रैन बसेरों में रुके हुए राहगीरों ने इस दौरान कहा कि यहां पर जिस तरह की हाई प्रोफाइल और हाईटेक व्यवस्था उन्हें मिल रही है, ऐसी व्यवस्था उन्हें बड़े-बड़े महानगरों और शहरों में भी नहीं मिलती है. कानपुर देहात जनपद के रैन बसेरों में राहगीरों को रुकने के साथ ही अच्छे और स्वादिष्ट खाने की भी व्यवस्था दी जा रही है.
कानपुर देहात के रैन बसेरे में आपको किसी अच्छे होटल से कम व्यवस्था नहीं दिखेगी. यहां लोगों के रुकने के लिए अच्छे कमरे और हॉल के साथ कमरों में सिंगल बेड की व्यवस्था की गई है. वहीं बेड के साथ राहगीरों को गद्दा, रजाई और गर्म कम्बल की व्यवस्था दी गई है. इतना ही नहीं राहगीरों के लिए खाने की व्यवस्था और समान रखने के लिए अलग से सभी के लिए आलमारी की व्यवस्था की गई है.
आम तौर पर रैन बसेरों में लोगों को खुद की चटाई और बिस्तर लेकर जाना पड़ता है, लेकिन वहीं कानपुर देहात में स्थित रैन बसेरे में आने-जाने वाले गैर जनपद के राहगीरों को जिला प्रशासन की ओर से अच्छी सुविधा दी जा रही है. यही वजह है कि यहां पर रुकने वाले राहगीरों ने भी इस रैन बसेरे की सराहना की. राहगीरों का कहना है कि ऐसी व्यवस्था उन्होंने पहले कहीं भी नहीं देखी है.
वहीं सदर उप जिलाधिकारी का कहना है कि हर जगह गांव-गांव में अलाव की व्यवस्था के साथ ही रैन-बसेरों में हाईटेक व्यवस्था लोगों के लिए की गई है. इससे बाहर से आने-जाने वाले राहगीरों को इस ठंड में कोई तकलीफ न हो. पूरे जनपद में इसका प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है, ताकि कोई भी गैर जनपद का राहगीर खुले में रात न गुजारे.