कानपुर देहात: जनपद के गजनेर थाना क्षेत्र के बहबलपुर गांव में बीती 19 मई को चोरी की घटना हुई थी. घटना हुए लगभग 2 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक पुलिस चोरों का पता नहीं लगा पाई है. दरअसल 19 मई की रात को शिक्षक वीरेंद्र सिंह के घर से नकदी, जेवरात और फौजी दामाद रणधीर सिंह की रिवॉल्वर चोरी हो गई थी. इस मामले में शिक्षक वीरेंद्र के पुत्र धीरेंद्र ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इतना ही नहीं एसपी अनुराग वत्स ने स्थानीय पुलिस को जल्द घटना का खुलासा करने के निर्देश भी दिए थे. इसके बावजूद घटना हुए दो माह बीतने वाले हैं, लेकिन पुलिस चोरों का सुराग तक नहीं लगा सकी है.
इस घटना के बाद पुलिस ने चोरों के बारे में सूचना देने वाले को 25 हजार का इनाम देने के पोस्टर भी क्षेत्र में लगवा दिए हैं. इन सबके बावजूद अभी भी पुलिस के हाथ खाली ही हैं. ऐसी ही एक चोरी जिले के जिठरौली गांव में 6 साल पहले भी हुई थी. वहीं लाख कोशिशों के बावजूद पुलिस अभी तक उसका भी खुलासा नहीं कर पाई है.
दरअसल जिठरौली गांव में 6 साल पहले 22 सितंबर 2014 की रात भी शिक्षक रामू सिंह के घर से जेवरात, नकदी और उसके बड़े भाई फौजी श्यामू सिंह की रिवाल्वर चोरी हो गई थी. इस घटना के छह साल बीत गए, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. सरवनखेड़ा जिठरौली गांव में रामू सिंह के यहां चोरी के बाद पुलिस के सामने फौजी श्यामू की रिवॉल्वर बरामद करना चुनौती थी. घटना के तत्काल बाद कानपुर से डॉग स्क्वायड बुलाकर सुराग लगाने की कोशिश की गई थी. पुलिस पर घटना के खुलासे का दबाव था. पुलिस ने शक के आधार पर इस मामले में जिठरौली गांव के ही एक युवक को हिरासत में लेकर उसकी पिटाई की थी. इसके बाद कोई सुराग न लगने पर युवक को छोड़ दिया था. पुलिस की पिटाई के बाद युवक ने गांव के बाहर बगीचे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद पुलिस इस मामले को लेकर सुस्त हो गई थी. वहीं पुलिस ने अदालत में इस घटना में फाइनल रिपोर्ट भी लगा दी है. पीड़ित ने इस पर कोर्ट में आपत्ति दाखिल की है. सीओ संदीप सिंह ने बताया कि गजनेर पुलिस को घटना के खुलासे के निर्देश दिए गए हैं.
कानपुर देहात जिले में चोरी की घटनाओं के बाद उनका खुलासा न कर पाने के कारण पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.