कानपुर देहात: ब्रजेश हत्याकांड के बाद विपक्ष का योगी सरकार पर निशाना और नेताओं का पीड़ित परिवार से मुलाकात कर ढांढ़स बंधाने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी बीच बुधवार को बीजेपी सांसद भानू प्रताप वर्मा ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया. सांसद के साथ डीएम कानपुर देहात राकेश कुमार सिंह और एसडीएम भोगनीपुर भी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे. सांसद भानू प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री द्वारा पीड़ित परिवार को दिए गए 5 लाख की सहायता राशि सौंपी. मृतक ब्रजेश की मां ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.
ब्रजेश पाल की अपहरण के बाद हत्या
जनपद में धर्मकांटा मैनेजर ब्रजेश की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई. ब्रजेश पाल की लाश कुएं से बरामद हुई. बीते 16 जुलाई की रात ब्रजेश का अपहरण किया गया था. मामला भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के चौरा गांव का है. ब्रजेश का अपहरण 12 दिन पहले नेशनल धर्मकांटा से हुआ था. नेशनल धर्मकांटा पर ब्रजेश मैनेजर के पद पर काम किया करता था. अपहरण के दूसरे ही दिन अपहरणकर्ताओं ने 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. साथ ही कहा था कि पुलिस को सूचना दी तो ब्रजेश की हत्या कर दी जाएगी. परिजनों ने जिले की पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की लापरवाही के चलते उनके बेटे की जान चली गई. ब्रजेश की हत्या कर शव कुएं में फेंक दिया गया.
पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल
मृतक के बाबा और पिता ने कहा कि अगर पुलिस सही से इस पूरे मामले में काम करती तो आज मेरा लाल जिंदा होता. उल्टा परिजनों को ही पुलिस परेशान करने लगी थी. पुलिस से अपहरण किए गए बेटे के बारे में मेरे बेटों ने पूछा तो उनकी पिटाई कर दी गई. पुलिस की लापरवाही के चलते मेरे बेटे की हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया गया.
मृतक ब्रजेश की मां ने डीएम राकेश कुमार सिंह और सांसद भानू प्रताप वर्मा से इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की. चेक सौंंपते वक्त ब्रजेश की मां झोली फैला कर यही कह रही थीं कि मुझे पैसा नहीं चाहिए, मुझे मेरा लाल वापस चाहिए.