कानपुर देहात: जिले में इन दिनों अपराधी बेखौफ होकर अपहरण और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. कानपुर में संजीत यादव के अपहरण के बाद फिरौती की रकम लेकर अपराधियों ने संजीत यादव की हत्या कर दी थी. वहीं कानपुर देहात से एक धर्मकांटा के मैनेजर को अगवा कर लिया गया. अगले दिन ही अगवा ब्रजेश पाल के मोबाइल से ही 20 लाख की फिरौती की रकम पांच दिनों के भीतर देने के लिए फोन आया, जिसके बाद से पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली थे.
कानपुर देहात में भोगनीपुर थाना क्षेत्र के चौरा स्थित नेशनल धर्मकांटा से मैनेजर ब्रजेश पाल का 16 जुलाई की रात अपहरण कर लिया गया था. इस घटना के 12 दिन बीत जाने के बाद भी कानपुर देहात पुलिस के हाथ खाली थे. अपहरणकर्ता ने ब्रजेश के फोन से परिजनों को फोन कर बताया था कि ब्रजेश मेरे पास है. पुलिस को सूचना नहीं देनी है. उन्होंने परिजनों से बीस लाख रुपये की फिरौती पांच दिन के अंदर देने को कहा था. अपहरणकर्ता और परिजनों के बीच फिरौती मांगे वाला बातचीत का ऑडियो भी सामने आया है.
बीते 12 दिनों से अपहृत ब्रजेश पाल का शव कुएं में मिला है. ब्रजेश के दोस्त ने ही उसकी हत्या की थी. संदेह के चलते सोमवार को पुलिस ने ब्रजेश पाल के मित्र को गिरफ्तार किया था. पुलिस पूछताछ में उसने अपहरण की बात कबूल भी की थी. अपहरण के बाद 20 लाख की फिरौती मांगने की बात भी कही. फिरौती की मांग पूरी न होने पर उसने ब्रजेश की हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया. ब्रजेश के मित्र की निशानदेही पर पुलिस ने कुएं से शव को निकाला है. वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
एसपी अनुराग वत्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस अपहरण, फिरौती और हत्या की वारदात के बारे में पूरी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस वारदात को मैनेजर ब्रजेश पाल के दोस्त सुबोध सचान ने अंजाम दिया था.