कानपुर देहात: जनपद के रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के बड़ागांव कपराहट गांव का मामला है. जहां की सरकारी जमीन पर भाजपा के किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह ने अपने एक साथी अनवर अली के साथ मिलकर फर्जी तरीके से बैनामा करा कर कब्जा कर लिया है. जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील से लेकर जिला प्रशासन से की, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की. मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं. जिसके बाद तहसील प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है.
बीजेपी नेता पर जमीन कब्जाने का आरोप
रसूलाबाद तहसील के बड़ागांव कपराहट गांव के भूमिहीन प्राइवेट शिक्षक बुद्ध सिंह को प्रशासन ने जीवन यापन के लिए वर्ष 1989 में गांव के बाहर जमीन आवंटित की थी, लेकिन कुछ सालों बाद अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने उस जमीन के हुए आवंटन को रद्द करते हुए पुनः उस जमीन को सरकारी जमीन घोषित करते हुए ग्राम सभा में समायोजित करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद बुद्ध सिंह ने उस आदेश के खिलाफ जिला न्यायालय में वाद दाखिल कर दिया, जो विचाराधीन है.
फर्जी तरीके से कराया बैनामा
इसी बीच बीजेपी नेता विनय प्रताप सिंह की निगाह उस जमीन में पढ़ गई और अपने एक साथी अनवर अली के माध्यम से पहले तो उस जमीन पर कब्जा किया फिर बाद में अनवर अली से उस जमीन का फर्जी तरीके से बैनामा करा लिया. जिसके बाद इसकी जानकारी बुद्ध सिंह से लेकर गांव के ग्रामीणों को हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत तहसील से लेकर जिले के अधिकारियों से इसकी शिकायत की, लेकिन बीजेपी नेता के रसूक के चलते किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की.
जिसके बाद ग्रामीणों ने इनकी शिकायत जिलाधिकारी से की. जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए टीम गठित कर जमीन की पैमाइश कराने और मामले की जांच के आदेश जिम्मेदारों को दिए हैं.