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Kanpur Dehat : मां-बेटी की मौत मामले में SDM, SHO सहित कई पर FIR, पीड़ित परिवार ने मांगा 5 करोड़ का मुआवजा - कानपुर देहात आग मामला

कानपुर देहात में मां-बेटी की जलकर मौत मामले में एसडीएम, एसएचओ, लेखपाल सहित कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं, पीड़ित परिवार ने अपनी मांगों को लेकर प्रशासन को पत्र दिया है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि, ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. कांग्रेस का 16 सदस्य प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कानपुर देहात जाएगा.

Kanpur Dehat
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Published : Feb 14, 2023, 9:38 AM IST

Updated : Feb 14, 2023, 1:48 PM IST

कानपुर देहात की घटना का वीडियो वायरल

कानपुर देहात: मां-बेटी की जलकर मौत मामले में एसडीएम मेथा जानेश्वर प्रसाद, दिनेश कुमार गौतम रूरा थाना प्रभारी, लेखपाल अशोक सिंह माडौली गांव, रूरा निवासी JCV ड्राइवर दीपक सहित कई अन्य लोगों पर पीड़ित पिता की तहरीर पर सोमवार रात को एफआईआर दर्ज की गई. धाराएं 302, 307, 436, 429, 323 और 34 में 11 नामजद व 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. वहीं, पीड़ित परिवार ने अपनी मांगों को लेकर प्रशासन को पत्र सौंपा है. वहीं कांग्रेस का 16 सदस्य प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कानपुर देहात जाएगा.

बता दें कि अतिक्रमण की जद में आ रहे मंदिर को प्रशासन की टीम गिराने गई थी. इस दौरान मंदिर के पास की झोपड़ी में आग लग गई. इसमें मां-बेटी जिंदा जल गईं. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि जिला और तहसील प्रशासन की टीम ने घर में आग लगाकर मां-बेटी की हत्या कर दी. इस पूरे कांड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है कि जिला प्रशासन ने किस तरीके से गरीब परिवार पर आतंक ढाया था.

एफआईआर कॉपी
एफआईआर कॉपी

मामला जनपद के रूरा थाना क्षेत्र का है. अकबरपुर तहसील प्रशासन समेत जिला प्रशासन पर हत्या का आरोप लगा है. जिला प्रशासन की सह पर तहसील प्रशासन अवैध अतिक्रमण हटाने पहुंचा था. वहां पर पीड़ित परिजनों से बवाल हो गया था. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि घर में आग लगाकर तहसील प्रशासन ने घर को आग के हवाले कर दिया. इसके चलते मां-बेटी की जलकर मौत हो गई. परिवार को बचाने में पीड़ित पिता भी गंभीर रूप से घायल हो गयाय. वहीं, पर इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. प्रशासनिक अधिकारी मौके से गाड़ी छोड़कर फरार हो गए.

एफआईआर में दर्ज लोगों के नाम
एफआईआर में दर्ज लोगों के नाम

पीड़ित परिवार ने बताया कि 14 जनवरी को डीएम कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई थी. इसके बावजूद भी तहसील प्रशासन ने जबरन पीड़ित का मकान गिरा दिया था. डीएम ने पीड़ित परिवार को 3 दिनों में न्याय का आश्वासन भी दिया था. पीड़ित परिजनों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने आग लगाकर मां-बेटी को आग के हवाले कर दिया. वहीं, पर इस पूरे कांड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें साफ तौर से देखा जा सकता है कि किस तरीके से जिला प्रशासन गांव पहुंचकर बुलडोजर चला रहा है. इसके चलते दूसरी तरफ झोपड़ी में आग लग जाती है और झोपड़ी धूं-धूंकर जलने लगती है.

इन लोगों के खिलाफ भी हुई एफआईआर

कानून गो नाम अज्ञात, अशोक दीक्षित माडौली गांव निवासी, अनिल दीक्षित माडौली गांव निवासी, निर्मल दीक्षित माडौली गांव निवासी. विशाल माडौली गांव निवासी, 10 से 12 सहयोगी अज्ञात, तीन अन्य लेखपाल अज्ञात, 12 से 15 महिला व पुरुष और पुलिसकर्मी अज्ञात.

पीड़ित परिवार ने प्रशासन के सामने रखा मांग पत्र

5 करोड़ रुपये का मुआवजा, घर के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी, परिवार को आजीवन पेंशन. मृतक के दोनों बेटों को सरकार की तरफ से आवास और मुख्यमंत्री योगी से तत्काल न्याय के लिए मुलाकात.

यह भी पढ़ें: Meerut News : एक साथ हुए दो कत्ल, बोरे में मिली महिला की डेडबॉडी मामले में चौकाने वाली जानकारी

कानपुर देहात की घटना का वीडियो वायरल

कानपुर देहात: मां-बेटी की जलकर मौत मामले में एसडीएम मेथा जानेश्वर प्रसाद, दिनेश कुमार गौतम रूरा थाना प्रभारी, लेखपाल अशोक सिंह माडौली गांव, रूरा निवासी JCV ड्राइवर दीपक सहित कई अन्य लोगों पर पीड़ित पिता की तहरीर पर सोमवार रात को एफआईआर दर्ज की गई. धाराएं 302, 307, 436, 429, 323 और 34 में 11 नामजद व 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. वहीं, पीड़ित परिवार ने अपनी मांगों को लेकर प्रशासन को पत्र सौंपा है. वहीं कांग्रेस का 16 सदस्य प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कानपुर देहात जाएगा.

बता दें कि अतिक्रमण की जद में आ रहे मंदिर को प्रशासन की टीम गिराने गई थी. इस दौरान मंदिर के पास की झोपड़ी में आग लग गई. इसमें मां-बेटी जिंदा जल गईं. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि जिला और तहसील प्रशासन की टीम ने घर में आग लगाकर मां-बेटी की हत्या कर दी. इस पूरे कांड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है कि जिला प्रशासन ने किस तरीके से गरीब परिवार पर आतंक ढाया था.

एफआईआर कॉपी
एफआईआर कॉपी

मामला जनपद के रूरा थाना क्षेत्र का है. अकबरपुर तहसील प्रशासन समेत जिला प्रशासन पर हत्या का आरोप लगा है. जिला प्रशासन की सह पर तहसील प्रशासन अवैध अतिक्रमण हटाने पहुंचा था. वहां पर पीड़ित परिजनों से बवाल हो गया था. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि घर में आग लगाकर तहसील प्रशासन ने घर को आग के हवाले कर दिया. इसके चलते मां-बेटी की जलकर मौत हो गई. परिवार को बचाने में पीड़ित पिता भी गंभीर रूप से घायल हो गयाय. वहीं, पर इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. प्रशासनिक अधिकारी मौके से गाड़ी छोड़कर फरार हो गए.

एफआईआर में दर्ज लोगों के नाम
एफआईआर में दर्ज लोगों के नाम

पीड़ित परिवार ने बताया कि 14 जनवरी को डीएम कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई थी. इसके बावजूद भी तहसील प्रशासन ने जबरन पीड़ित का मकान गिरा दिया था. डीएम ने पीड़ित परिवार को 3 दिनों में न्याय का आश्वासन भी दिया था. पीड़ित परिजनों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने आग लगाकर मां-बेटी को आग के हवाले कर दिया. वहीं, पर इस पूरे कांड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें साफ तौर से देखा जा सकता है कि किस तरीके से जिला प्रशासन गांव पहुंचकर बुलडोजर चला रहा है. इसके चलते दूसरी तरफ झोपड़ी में आग लग जाती है और झोपड़ी धूं-धूंकर जलने लगती है.

इन लोगों के खिलाफ भी हुई एफआईआर

कानून गो नाम अज्ञात, अशोक दीक्षित माडौली गांव निवासी, अनिल दीक्षित माडौली गांव निवासी, निर्मल दीक्षित माडौली गांव निवासी. विशाल माडौली गांव निवासी, 10 से 12 सहयोगी अज्ञात, तीन अन्य लेखपाल अज्ञात, 12 से 15 महिला व पुरुष और पुलिसकर्मी अज्ञात.

पीड़ित परिवार ने प्रशासन के सामने रखा मांग पत्र

5 करोड़ रुपये का मुआवजा, घर के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी, परिवार को आजीवन पेंशन. मृतक के दोनों बेटों को सरकार की तरफ से आवास और मुख्यमंत्री योगी से तत्काल न्याय के लिए मुलाकात.

यह भी पढ़ें: Meerut News : एक साथ हुए दो कत्ल, बोरे में मिली महिला की डेडबॉडी मामले में चौकाने वाली जानकारी

Last Updated : Feb 14, 2023, 1:48 PM IST
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