कानपुर देहातः जिले में तेज रफ्तार डंपर की टक्कर से बाइक सवार दारोगा अरुण कुमार यादव की कल देर रात मौत हो गई थी. उसके बाद पुलिस विभाग के अधिकारियों ने मृतक दारोगा के शव को मर्चरी में रखवा दिया था. आज मृतक दारोगा के परिजन कानपुर देहात पहुंचे तो पुलिस ने शव का पंचनामा करके पोस्टमार्टम करवाया. उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने सम्मान के साथ आखिरी सलामी और विदाई करने की तैयारी कर रखी थी, लेकिन परिजनों ने मना कर दिया. साथ ही शव लेकर अपने जनपद चले गए.
जिले के अकबरपुर कोतवाली के माती क्षेत्र में हाईवे पर बाइक सवार दारोगा अरुण कुमार यादव को डंपर ने जोरदार टक्कर मार दिया थी. जिससे दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गए थे. पुलिस द्वारा उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. वहां पर प्राथमिक उपचार के बाद हैलट रेफर कर दिया गया. हैलट में उनकी मौत हो गई. वह मूल रूप से महोबा जिले के रहने वाले थे.
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने बताया कि मृतक दारोगा अरुण कुमार यादव मूल रूप से जनपद महोबा के कुलपहाड़ के रहने वाले 1984 बैच के सिपाही थे. वह प्रमोशन पाकर सब इंस्पेक्टर बने थे. इस समय पुलिस लाइन में तैनात थे और कलक्ट्रेट स्थित कोरोना कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे थे. सोमवार को ड्यूटी पर गए थे. बाइक से किसी काम से माती हाईवे पर पहुंचे थे कि वहां डंपर ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए.
घटना की जानकारी पर लालपुर चौकी पुलिस उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंची. वहां प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर देहात से जनपद कानपुर के हैलट रेफर कर दिया गया था, जहां उनकी मौत हो गई. इंस्पेक्टर तुलसीराम पांडेय ने बताया कि मृतक दारोगा के परिजनों को सूचना दी गई. एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि कानपुर में पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस लाइन लाया जाना था. वहां सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाने की पूरी तैयारी थी कि परिजनों ने विदाई से इनकार कर दिया और शव लेकर चले गए.