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कानपुर देहात: सात हजार बेसिक शिक्षकों के दस्तावेजों की होगी जांच

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Published : Jun 12, 2020, 9:17 PM IST

उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षिका मामला सामने आने के बाद कानपुर देहात जिले में बेसिक शिक्षा विभाग ने 7 हजार शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच के आदेश जारी किए हैं. बीएसए ने कहा कि इन शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन बोर्ड द्वारा किया जाएगा.

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जानकारी देते बीएसए सुनील दत्त.

कानपुर देहात: प्रदेश में फर्जी शिक्षिका के मामले में जिले का नाम सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है. विभाग ने 7 हजार बेसिक शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच का आदेश जारी किया है. जांच के बाद सभी दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन भी किया जाएगा.

सात हजार बेसिक शिक्षकों के दस्तावेजों की होगी जांच.

प्रदेश में फर्जी शिक्षिका का मामला दिन-प्रतिदिन तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में जिले का नाम भी अब सामने आ रहा है. बेसिक शिक्षा विभाग इस बात से परेशान है कि कहीं जिले में ऐसा कोई शिक्षक तो नहीं जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहा है. इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने जिले में आवासीय विद्यालय में तैनात सभी 7 हजार शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच का आदेश दिया है. वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अगर किसी शिक्षक के दस्तावेज में कोई भी कमी पाई जाएगी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ईटीवी भारत से बातचीत में बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने बताया कि अनामिका फर्जी शिक्षिका का मामला सामने आने के बाद सबसे पहले कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में तैनात सभी शिक्षकों सहित कर्मचारियों के दस्तावेजों की जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि दस्तावेजों का सत्यापन बोर्ड द्वारा किया जाएगा. कमी पाए जाने पर संबंधिक कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

अलर्ट मोड पर शिक्षा विभाग

प्रदेश में फर्जी शिक्षिका का मामला सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ही नहीं प्रदेश का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी अलर्ट मोड पर है. वहीं बताया जाता है कि जिले के बड़े निजी स्कूल संचालक मौजूदा समय में तैनात शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच करने में जुटे हैं.

कानपुर देहात: प्रदेश में फर्जी शिक्षिका के मामले में जिले का नाम सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है. विभाग ने 7 हजार बेसिक शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच का आदेश जारी किया है. जांच के बाद सभी दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन भी किया जाएगा.

सात हजार बेसिक शिक्षकों के दस्तावेजों की होगी जांच.

प्रदेश में फर्जी शिक्षिका का मामला दिन-प्रतिदिन तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में जिले का नाम भी अब सामने आ रहा है. बेसिक शिक्षा विभाग इस बात से परेशान है कि कहीं जिले में ऐसा कोई शिक्षक तो नहीं जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहा है. इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने जिले में आवासीय विद्यालय में तैनात सभी 7 हजार शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच का आदेश दिया है. वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अगर किसी शिक्षक के दस्तावेज में कोई भी कमी पाई जाएगी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ईटीवी भारत से बातचीत में बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने बताया कि अनामिका फर्जी शिक्षिका का मामला सामने आने के बाद सबसे पहले कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में तैनात सभी शिक्षकों सहित कर्मचारियों के दस्तावेजों की जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि दस्तावेजों का सत्यापन बोर्ड द्वारा किया जाएगा. कमी पाए जाने पर संबंधिक कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

अलर्ट मोड पर शिक्षा विभाग

प्रदेश में फर्जी शिक्षिका का मामला सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ही नहीं प्रदेश का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी अलर्ट मोड पर है. वहीं बताया जाता है कि जिले के बड़े निजी स्कूल संचालक मौजूदा समय में तैनात शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच करने में जुटे हैं.

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