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सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एएनएम को गर्भवती महिला को प्राइवेट अस्पताल में भेजना पड़ा भारी, डीएम ने किया निलंबित

जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर में तैनात एक एएनएम पर सरकारी अस्पताल से मरीज को प्राइवेट अस्पताल में भेजने का आरोप लगा है. इस पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यी जांच कमेटी भी गठित की गयी है.

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Published : Apr 27, 2022, 10:09 PM IST

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सरकारी स्वास्थ्य केंद्र

कानपुर देहात : जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर (Primary Health Center Rajpur) में तैनात एक एएनएम के ऊपर सरकारी अस्पताल से मरीज को प्राइवेट अस्पताल में भेजने का आरोप लगा है. इसे लेकर मरीज के परिजनों ने जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की है. शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने कार्रवाई करने के निर्देश जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (chief Medical Officer) को दिए हैं. जिलाधिकारी के निर्देश के बाद मुख्यचिकित्सा अधिकारी कानपुर देहात ने तत्काल प्रभाव से एएनएम को निलंबित कर दिए. इस पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यी जांच कमेटी भी गठित की गयी है.

यह मामला कानपुर देहात के राजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. यहां कानपुर देहात के मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ. एके सिंह ने बताया कि रामजी सिंह ने जिलाधिकारी को एक शिकायत पत्र दिया था. उसने आरोप लगाया था कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर में तैनात रमाकांती नाम की एक एएनएम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर से उसकी पत्नी को नार्मल डिलीवरी को लेकर एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती करवाने के लिए भेज दी थी. शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि काफी मना करने के बाद भी रमाकांती ने उसकी एक नहीं सुनी.

इसे भी पढ़ेंः यूपी में कोरोना को लेकर पीएम मोदी से ये बोले सीएम योगी...ये इंतजाम गिनाए

उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत सुनने के बाद जिलाधिकारी ने तुरंत ही कार्रवाई के निर्देश दिए जिसके चलते एएनएम रमाकांती को तत्काल प्रभाव से अपने कार्यों के दायित्वों के प्रति लापरवाही, उदासीनता बरतने और राष्ट्रीय कार्यक्रम जननी सुरक्षा योजना में भ्रष्टाचार संलिप्तता के दृष्टिगत एएनएम रमाकांती बी.एच.डब्ल्यू (म.) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर कानपुर देहात से यूपी सरकार सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम-7 के तहत तात्कालिक प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ. एके सिंह ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है. यह जांच कमेटी एएनएम रमाकांती के विरुद्ध आरोपों की जांच करेगी. इस टीम में महेंद्र कुमार उपजिलाधिकारी सिकंदरा, एपी वर्मा उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी और कार्यालय मुख्यचिकित्सा अधिकारी कानपुर देहात तथा डॉ. डीके सिंह प्रभारी चिकित्सा अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर शामिल है.

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कानपुर देहात : जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर (Primary Health Center Rajpur) में तैनात एक एएनएम के ऊपर सरकारी अस्पताल से मरीज को प्राइवेट अस्पताल में भेजने का आरोप लगा है. इसे लेकर मरीज के परिजनों ने जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की है. शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने कार्रवाई करने के निर्देश जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (chief Medical Officer) को दिए हैं. जिलाधिकारी के निर्देश के बाद मुख्यचिकित्सा अधिकारी कानपुर देहात ने तत्काल प्रभाव से एएनएम को निलंबित कर दिए. इस पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यी जांच कमेटी भी गठित की गयी है.

यह मामला कानपुर देहात के राजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. यहां कानपुर देहात के मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ. एके सिंह ने बताया कि रामजी सिंह ने जिलाधिकारी को एक शिकायत पत्र दिया था. उसने आरोप लगाया था कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर में तैनात रमाकांती नाम की एक एएनएम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर से उसकी पत्नी को नार्मल डिलीवरी को लेकर एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती करवाने के लिए भेज दी थी. शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि काफी मना करने के बाद भी रमाकांती ने उसकी एक नहीं सुनी.

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उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत सुनने के बाद जिलाधिकारी ने तुरंत ही कार्रवाई के निर्देश दिए जिसके चलते एएनएम रमाकांती को तत्काल प्रभाव से अपने कार्यों के दायित्वों के प्रति लापरवाही, उदासीनता बरतने और राष्ट्रीय कार्यक्रम जननी सुरक्षा योजना में भ्रष्टाचार संलिप्तता के दृष्टिगत एएनएम रमाकांती बी.एच.डब्ल्यू (म.) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर कानपुर देहात से यूपी सरकार सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम-7 के तहत तात्कालिक प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ. एके सिंह ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है. यह जांच कमेटी एएनएम रमाकांती के विरुद्ध आरोपों की जांच करेगी. इस टीम में महेंद्र कुमार उपजिलाधिकारी सिकंदरा, एपी वर्मा उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी और कार्यालय मुख्यचिकित्सा अधिकारी कानपुर देहात तथा डॉ. डीके सिंह प्रभारी चिकित्सा अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर शामिल है.

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