कानपुर देहात: जिले में कोरोना के संदिग्ध व्यक्तियों के लिए 13 आश्रय स्थल बनाए गए हैं. भारत सरकार और शासन के दिए गए निर्देशों की जानकारी जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में दी. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण फैल रही महामारी को आपदा घोषित किया गया है.
डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इस महामारी से निपटने के लिए जिला अस्पताल में 60 बेड का वार्ड और निजी अस्पतालों में 235 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. कोरोना के संदिग्ध व्यक्तियों के लिए जनपद में 13 आश्रय स्थल बनाए गए है, जिनकी क्षमता कुल 1108 व्यक्तियों की है. वर्तमान में प्रभात इंजीनिरिंग कॉलेज में ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों को रखा जा रहा है.
101 में से 81 लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिव
डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि संदिग्ध मरीजों के इलाज और मेडिकल स्टाफ के लिए 05 भवनों का अधिग्रहण किया गया है. अब तक जनपद में 101 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल लिये गये हैं, जिनमें से 81 व्यक्तियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. 20 व्यक्तियों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है. जिला अस्पताल मे एन-95 मास्क, 3 प्लाईकिट, सैनेटाइजर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं.
लाॅकडाउन का पालन कराया जा रहा
जनपद को 6 जोन में बांटकर 16 सेक्टर मजिस्ट्रेटों द्वारा लाॅकडाउन का पालन कराया जा रहा है, जिसका उल्लंघन करने पर 330 एफआईआर दर्ज की गईं हैं. 852 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. 140 वाहन सीज किये गये हैं. 113200 रुपये का जुर्माना वसूला गया है. कालाबाजारी करने वाले 6 कोटेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
500 क्वारेंटाइन सेन्टर बनाए गए
जनपद में कुल 500 क्वारेंटाइन सेन्टर बनाए गए हैं, जिनकी कुल क्षमता 3260 है. उक्त केन्द्रों में 2509 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया था. उपरोक्त सभी व्यक्ति 14 दिनों की क्वारेंटाइन अवधि पूर्ण कर चुके हैं. डीएम ने बताया कि इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों के 640 ग्रामों में बाहर से आने वाले 9895 व्यक्तियों को होम क्वारेंटाइन किया गया था. वे भी 14 दिनों का आइसोलेशन पीरियड पूर्ण कर चुके हैं. तबलीगी जमात के सम्पर्क में आये 43 व्यक्तियों को प्रभात इंजीनिरिगं कॉलेज में इंस्टीट्यूसनल क्वारेंटाइन किया गया था, जिसमें से 37 व्यक्तियों की क्वारेंटइन अवधि पूर्ण हो गई है. शेष 6 लोग अभी भी मेडिकल क्वारेंटाइन में हैं.
राशन का निशुल्क वितरण कराया गया
लाॅकडाउन की अवधि में लोगों की आर्थिक दुश्वारियों को दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्रम विभाग में पंजीकृत 20571 श्रमिकों में से 14338 श्रमिकों को 1000 रुपये प्रति श्रमिक की दर से 143.38 लाख रुपये उनके खाते में सीधे स्थानान्तरित किया गया. कुल 95,836 जरूरतमंदों को निशुल्क राशन का वितरण कराया गया.
1688 शिकायतों का हुआ निस्तारण
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 2,62,746 पात्र कृषकों को लाभान्वित किया गया. प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत पात्र महिला खाता धारकों की कुल सख्या 2,88,286 के सापेक्ष 2,65,976 खाता धारकों को 1329.88 लाख रुपये की धनराशि अंतरित की गई. जनपद में कलेक्ट्रेट में स्थापित कंट्रोल रूम द्वारा लाॅकडाउन में फंसे लोगों की राशन खाद्यान्य, चिकित्सा सम्बन्धित समस्याओं का समाधान कराया जा रहा है. अब तक प्राप्त कुल 1774 शिकायतों में से 1688 शिकायतों का मंगलवार शाम तक निस्तारण कराया जा चुका है. मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम (05111-270100) द्वारा संदिग्ध कोविड मरिजों की लगातार माॅनिटरिंग की जा रही है.