कानपुर देहात: जनपद की एक बेटी ने अपने पिता को दु:खी देखकर अपने वजीफे की रकम से घर में शौचालय बनवाया है. बेटी का कहना है कि उसने पिता की तकलीफों को पूरा करने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के सपने को भी पूरा कर दिखाया है.
जनपद के चपरघटा ग्राम पंचायत में शौचालय के लिए आरती नाम की छात्रा के पिता जिले के अधिकारियों के चौखट के चक्कर काट-काटकर थक चुके थे, लेकिन उनको देश के प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत लाभ नहीं मिला. इस कारण छात्रा के बीमार पिता और पूरा परिवार खुले में शौच जाने के लिए मजबूर था. पात्र होने के बाद भी परिवार को शौचालय नहीं मिला.
पिता शिवनाथ को जब खुले में शौच जाते और दु:खी होते आरती ने देखा तो उसने अपनी वजीफे की रकम से पिता के लिए घर में शौचालय बनवाया. आरती का यह काम आज क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं इसको लेकर सभी आरती की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत में आरती ने बताया, 'जिले के अधिकारियों के दफ्तर के काफी चक्कर लगाने और प्रयास करने के बावजूद भी पिता को शौचालय नहीं मिला, जिसको लेकर वे काफी दु:खी थे. उनकी परेशानी देख मैंने बीटीसी की पढ़ाई के लिए मिले वजीफे के 20 हजार रुपये से शौचालय बनवा दिया.'
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आरती ने कहा कि उसने अपने पिता के दु:ख को तो दूर किया ही है, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को भी पूरा करके दिखाया है. ये देश के प्रधानमंत्री का सपना है कि हर घर में शौचालय बने. फिलहाल अब ये गांव की बेटी चर्चा में बनी हुई है.