कानपुर देहातः जिले में मंगलवार को पुलिस कस्टडी में हुई युवक की मौत का मामला गरमाया हुआ है. शव का पोस्टमार्टम होने के बाद शव बुधवार को मृतक के गांव पहुंचा है. शव के गांव में पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक की पत्नी ने सीएम योगी को चिट्ठी लिखी है, जिसमे परीजनो की मांग है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन पर ही अंतिम संस्कार करेंगे. साथ ही मृतक बलवंत की पत्नी शालिनी सिंह को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग भी परिजन कर रहे हैं. इतना ही नहीं माता-पिता का भरण पोषण व बच्चों की शिक्षा पालन के लिए 1 करोड़ रुपये की मांग कर रहे हैं व FIR में नामदर्ज आरोपियों की 24 घंटे में गिरफ्तारी की भी मांग रखी है. घटना की रिटायर्ड जज की देखरेख में उच्च स्तरीय जांच की मांग परिजनों द्वारा की गई है.
क्या है पूरा मामला?
शिवली थाना क्षेत्र के लालपुर सरैया गांव में रहने वाले व्यापारी चंद्रभान सिंह के साथ 6 दिसंबर की देर रात लूट हुई थी. बाइक सवार दो युवकों ने व्यापारी की आंखों में मिर्ची झोंककर 2 लाख रुपये लूट लिए थे. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और लूट का खुलासा करने का दम भरने लगी. पुलिस ने 4 दिनों के अंदर क्षेत्र के 5 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी. हिरासत में लिए गए पांच युवकों में से एक युवक बलवंत सिंह पीड़ित व्यापारी चंद्रभान सिंह का सगा भतीजा है. पुलिस ने शक के आधार पर उसे भी हिरासत में लिया और अपनी पूछताछ शुरू कर दी, लेकिन पीड़ित व्यापारी का आरोप है कि पुलिस को कई बार कहने के बावजूद भी पुलिस ने उनके भतीजे बलवंत सिंह को नहीं छोड़ा और लगातार पुलिस टॉर्चर करती रही.
बलवंत की बेरहमी के साथ पिटाई भी की गई. वहीं, बलवंत की पिटाई के बाद बलवंत की मौत हो गई. इसके बाद कानपुर देहात पुलिस के हाथ पांव फूल गए और पुलिस ने आनन-फानन में सबको थाने से गायब कर दिया. परिजनों के कई बार पूछने के बावजूद भी परिजनों को उनके घर के सदस्य बलवंत सिंह की कोई भी जानकारी नहीं दी गई. परिजनों को पुलिस थाने से दूसरे थाने, दूसरे थाने से तीसरे थाने घूमाती रही, लेकिन उनके बलवंत का सुराग पुलिस ने नहीं दिया. इसके बाद परिजनों को पता चला कि उनके बेटे की मौत हो गई है और सब कानपुर देहात के सरकारी जिला अस्पताल में पड़ा हुआ है. वहीं, पुलिस इस पूरे मामले को दबाने का लगातार प्रयास कर रही थी.
बहराल वही इस पूरे मामले में जिला प्रशासन मृतक के परिजनों को समझाने में लगा हुआ है, लेकिन परिजन घर पर ही शव रखकर धरने पर पूरे परिवार के साथ बैठ गए हैं. परिजन शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर रहे हैं.
अकबरपुर से भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने पुलिस अधीक्षक पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अपने बंगले से निकलकर कहीं जाना ही नहीं है. इसके चलते कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता है. जब जिले में लूट की घटना न होती है. आज तक एक भी घटना का खुलासा पुलिस नहीं कर पाई है. इस घटना में पुलिस की घोर लापरवाही और बदमाशी है.
सांसद ने पुलिस की कार्यशैली के साथ डॉक्टर पर भी सवाल खड़े किए. कहा कि डॉक्टर ने जो रेफर रेफर लेटर बनाया है. उसमें 11 तारीख की घटना लिखी गई है. जबकि घटना 12-13 तारीख की रात में हुई है. पूरी तरह से गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था. ऐसी स्थिति में परिवार को कानपुर देहात पोस्टमार्टम हाउस पर भरोसा नहीं था. इसके चलते शासन में बात करने के बाद पोस्टमार्टम कानपुर नगर में कराया गया है.
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