कानपुर देहात: जिले में अपहरण और हत्या की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. हाल ही में हुए ब्रजेश अपहरण हत्याकांड में पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के लिए कुछ न कुछ खेल रचती जा रही है. एक ओर पुलिस ने इस पूरे कांड में एक आरोपी को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा करने का दावा किया, वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होते ही एक और खबर आई कि आरोपी सुबोध सचान पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया. आरोपी ने मीडिया को एक बयान दिया है, जिसमें उसने इस पूरी मुठभेड़ की पोल खोल दी है.
जानकारी के अनुसार जब पुलिस आरोपी को घटनास्थल पर ले जा रही थी तो आरोपी पुलिस की गिरफ्त से भागने लगा. इस दौरान पुलिस मुड़भेड़ में आरोपी पर पुलिस ने फायर किया और वह घायल हो गया, जिसे सीएचसी पुखरायां में एडमिट कराया गया.
अपहरण, फिरौती और हत्या के इस मामले में पुलिस ने जिस नाटकीय ढंग से घटना का खुलासा किया, उसको अभी लोग सही ढंग से समझ ही नहीं पाए थे कि तब तक आरोपी सुबोध सचान और पुलिस मुड़भेड़ की खबर से लोग हैरान हो गए. हालांकि इस बार पुलिस की तरफ से कोई बयान अब तक नहीं आया है, लेकिन आरोपी के घायल होने के बाद जो बयान उसने मीडिया को दिया उसने इस पूरे पुलिस मुड़भेड़ की पोल खोल दी है. घायल अवस्था में इलाज करा रहे आरोपी सुबोध सचान का कहना है कि पुलिस के एक बड़े साहब आए थे, उन्होंने कहा कि अपनी चप्पल ढूंढो. जैसे ही सुबोध अपनी चप्पल ढूंढने के लिए मुड़ा वैसे ही साहब ने उसके पैर में गोली मार दी.
पुलिस ने कागजी तौर पर इसे कुछ और ही दर्शाने की कोशिश की है और इसे मुठभेड़ बताया है, लेकिन एसपी अनुराग वत्स कानपुर देहात की पटकथा के मुताबिक इस पूरी वारदात को अकेले ही आरोपी ने अंजाम दिया. आरोपी सुबोध के कबूलनामे के अनुसार उसने घटना को 16 तारीख को अंजाम दिया था, लेकिन मामले में पुलिस का कहना है कि ब्रजेश अपहरण हत्याकांड में 17 तारीख को घटना को अंजाम दिया गया और ढाई बजे रात उसके शव को कुएं में फेंक दिया गया था. मामले में पुलिस की कहानी और आरोपी के कबूलनामे की कड़ी बिल्कुल अलग नजर आ रही है.