कानपुर देहात : देश का बहुचर्चित बिकरू कांड में आरोपी बनाई गई नाबालिग किशोरी खुशी दुबे को आज किशोर न्याय बोर्ड न्यायालय में पेश किया गया. कोर्ट में पेशी पर आई नाबालिग की फाइल को एक बार फिर कानपुर देहात न्यायालय ने रिजर्व रखा है और इस मामले पर एक बार फिर विचार करने की बात कही है. वहीं खुशी दुबे के वकील का कहना है कि पुलिस ने रंजिशन बिकरू कांड में खुशी को आरोपी बनाया है.
8 पुलिसकर्मी हुए थे शहीद
कानपुर नगर में हुए बिकरू कांड में डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के आरोपी विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की पत्नी को आज कानपुर देहात की किशोर न्याय बोर्ड न्यायालय में पेश किया गया . कानपुर का बिकरू कांड देश-विदेश में बहुत चर्चित रहा. अमर दुबे की पत्नी के शिक्षा प्रमाण पत्रों के आधार पर कानपुर देहात न्यायालय ने उसे नाबालिग घोषित कर दिया था और उसे बाराबंकी के संप्रेषण गृह में रखा गया है.
बदले की भावना से बनाया गया आरोपी
नाबालिग खुशी दुबे के वकील शिवकांत दीक्षित ने बताया कि आज अमर दुबे की नाबालिग पत्नी को किशोर बोर्ड न्यायालय, कानपुर देहात में पेशी हुई है. उसका प्रारंभिक निर्धारण किया जाना था. मतलब बोर्ड ये समझने की कोशिश करेगा कि जिस नाबालिग को पुलिस ने आरोपी बनाया है, क्या वह इतने बड़े कांड में शामिल हो सकता है. क्या उसने भी उन लोगों का साथ दिया होगा. इसके लिए पहले उसका साइको एनालिसिस भी कराया गया था. उन्होंने बताया कि 2016 में जो एक्ट आया, उसमें ये है कि 16 साल से अधिक के जो आरोपी हैं, उनके ऊपर लगे आरोपों की पहले जांच हो कि वो ऐसा करने में सक्षम है कि नहीं. अमर दुबे की नाबालिग पत्नी ने न ही अपराध किया है न ही वो इसमें शामिल थी. उसको पुलिस ने बदले की भावना में आरोपी बना दिया है.