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कन्नौज को पर्यटन स्थल बनाए जाने को लेकर मामला विचाराधीन

कन्नौज को पर्यटन स्थल बनाए जाने की मांग कई सालों से उठ रही है. जिले के नवनिर्वाचित सांसद सुब्रत पाठक ने जीत के बाद इस पर अपनी सहमति जताते हुए कन्नौज को पर्यटन के नक्शे पर करने की बात कही थी, लेकिन कन्नौज को पर्यटन स्थल बनाए जाने का मामला अभी विचाराधीन ही है.

जिले को पर्यटन स्थल बनाए जाने को लेकर मामला विचाराधीन.
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Published : Jul 9, 2019, 10:26 AM IST

कन्नौज: जिले को पर्यटन स्थल बनाए जाने की मांग कई सालों से उठ रही है. शासन के समक्ष ऐतिहासिक जिले की धरती को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव पहले से ही रखा जा चुका है. यदि सरकार ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई तो जल्द ही कन्नौज विश्व के मानचित्र पर पर्यटन स्थल के रूप में पहचाना जाएगा. इस नगरी को पर्यटन नगरी बनाने के लिए कार्ययोजना भी तैयार की जा चुकी है, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री की मुहर लगनी अभी भी बाकी है.

जिले को पर्यटन स्थल बनाए जाने को लेकर मामला विचाराधीन.
  • इत्र और इतिहास की नगरी के नाम से मशहूर कन्नौज में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं.
  • इसके बावजूद प्रदेश और देश की सरकारें यहां की धरोहर को सहेजने और उन्हें दर्शनीय बनाने में देरी कर रही हैं.
  • समय-समय पर योजनाएं तो बनती है, लेकिन उन्हें धरातल पर साकार करने के लिए नीति और नियत नहीं दिख रही है.
  • अवैध खनन और ऐतिहासिक स्थलों पर अवैध कब्जे होने से इसके अस्तित्व पर भी ग्रहण लगता जा रहा है.

जिले के प्राचीन वैभव को देखते हुए पिछली अखिलेश सरकार ने इसे संरक्षित करने का फैसला किया था, जिसके बाद पूर्व में शहर के कई प्राचीन स्थलों पर स्थलीय निरीक्षण किया गया था. इसी निरीक्षण और प्राचीन दस्तावेजों के आधार पर रिपोर्ट भी तैयार की गई थी.

कन्नौज में है अत्याधुनिक संग्रहालय

जिले में महान सम्राट हर्षवर्धन, सम्राट जयचंद, महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान, महाकवि घाघ, मकदूम जहानिया मस्जिद, बालापीर का मकबरा सहित तमाम कलम और कृपाण से जुड़ी पौराणिक कथाएं आज भी जीवंत हैं. प्राचीन मूर्तियों व कलाकृतियों को सहेजने के लिए अत्याधुनिक राजकीय संग्रहालय का निर्माण कराया गया है.

प्रमुख ऐतिहासिक व पर्यटन के लिए उपयोगी स्थल

मकदूम जहानिया, बारहदरी- सोलहदरी, रोजा बालापीर और रोजा मेहंदी, सिद्घपीठ गौरी शंकर मंदिर, बाबा हाजी शरीफ की दरगाह, राम लक्ष्मण मंदिर मकरंद नगर, अन्नपूर्णा मंदिर तिर्वा, गोवर्धनी मंदिर, फूलमती मंदिर, देवी क्षेमकली देवी मंदिर, लाख बहोसी पक्षी विहार, इंद्रेश्वर नाथ मंदिर, तमोली मंदिर, चौधरी सराय में महाकवि घाघ का गृह क्षेत्र अजय पाल मंदिर. भगवान बुद्ध ने यहां ज्ञान की ज्योति भी जलाई थी.

माननीय मुख्यमंत्री जी के लिए वह विचाराधीन है. पर्यटन स्थल विचाराधीन है जो भी निर्णय होगा निर्णय लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

-संदीप सिंह, राज्य मंत्री

कन्नौज: जिले को पर्यटन स्थल बनाए जाने की मांग कई सालों से उठ रही है. शासन के समक्ष ऐतिहासिक जिले की धरती को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव पहले से ही रखा जा चुका है. यदि सरकार ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई तो जल्द ही कन्नौज विश्व के मानचित्र पर पर्यटन स्थल के रूप में पहचाना जाएगा. इस नगरी को पर्यटन नगरी बनाने के लिए कार्ययोजना भी तैयार की जा चुकी है, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री की मुहर लगनी अभी भी बाकी है.

जिले को पर्यटन स्थल बनाए जाने को लेकर मामला विचाराधीन.
  • इत्र और इतिहास की नगरी के नाम से मशहूर कन्नौज में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं.
  • इसके बावजूद प्रदेश और देश की सरकारें यहां की धरोहर को सहेजने और उन्हें दर्शनीय बनाने में देरी कर रही हैं.
  • समय-समय पर योजनाएं तो बनती है, लेकिन उन्हें धरातल पर साकार करने के लिए नीति और नियत नहीं दिख रही है.
  • अवैध खनन और ऐतिहासिक स्थलों पर अवैध कब्जे होने से इसके अस्तित्व पर भी ग्रहण लगता जा रहा है.

जिले के प्राचीन वैभव को देखते हुए पिछली अखिलेश सरकार ने इसे संरक्षित करने का फैसला किया था, जिसके बाद पूर्व में शहर के कई प्राचीन स्थलों पर स्थलीय निरीक्षण किया गया था. इसी निरीक्षण और प्राचीन दस्तावेजों के आधार पर रिपोर्ट भी तैयार की गई थी.

कन्नौज में है अत्याधुनिक संग्रहालय

जिले में महान सम्राट हर्षवर्धन, सम्राट जयचंद, महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान, महाकवि घाघ, मकदूम जहानिया मस्जिद, बालापीर का मकबरा सहित तमाम कलम और कृपाण से जुड़ी पौराणिक कथाएं आज भी जीवंत हैं. प्राचीन मूर्तियों व कलाकृतियों को सहेजने के लिए अत्याधुनिक राजकीय संग्रहालय का निर्माण कराया गया है.

प्रमुख ऐतिहासिक व पर्यटन के लिए उपयोगी स्थल

मकदूम जहानिया, बारहदरी- सोलहदरी, रोजा बालापीर और रोजा मेहंदी, सिद्घपीठ गौरी शंकर मंदिर, बाबा हाजी शरीफ की दरगाह, राम लक्ष्मण मंदिर मकरंद नगर, अन्नपूर्णा मंदिर तिर्वा, गोवर्धनी मंदिर, फूलमती मंदिर, देवी क्षेमकली देवी मंदिर, लाख बहोसी पक्षी विहार, इंद्रेश्वर नाथ मंदिर, तमोली मंदिर, चौधरी सराय में महाकवि घाघ का गृह क्षेत्र अजय पाल मंदिर. भगवान बुद्ध ने यहां ज्ञान की ज्योति भी जलाई थी.

माननीय मुख्यमंत्री जी के लिए वह विचाराधीन है. पर्यटन स्थल विचाराधीन है जो भी निर्णय होगा निर्णय लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

-संदीप सिंह, राज्य मंत्री

Intro:कन्नौज को पर्यटन स्थल बनाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री के पास मामला विचाराधीन

इतना भी कन्नौज को पर्यटन स्थल बनाए जाने की मांग कई सालों से उठ रही है कन्नौज के नवनिर्वाचित सांसद सुंदर पाठक ने जीत के बाद इस पर अपनी सहमति जताते हुए कन्नौज को पैटर्न के नक्शे पर करने की बात कही थी और सांसद सुधा पाठक ने सरकार बनते ही पर्यटन मंत्री से सबसे पहले मिलकर कन्नौज को बटन स्थल बनाए जाने की बात कही थी लेकिन आज दिन तक कन्नौज को पर्यटन स्थल बनाए जाने का मामला अभी विचाराधीन ही है आइए देखते हैं कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट


Body:शासन के समक्ष ऐतिहासिक कन्नौज की धरती को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव पहले से ही रखा जा चुका है। यदि सरकार ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई तो जल्द ही कन्नौज विश्व के मानचित्र पर पर्यटन स्थल के रूप में पहचाना जाएगा। इस नगरी को पर्यटन नगरी बनाने के लिए कार्ययोजना भी तैयार की जा चुकी है, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री की मुहर लगनी अभी भी बाकी है । लेकिन अभी भी मुख्यमंत्री के पास यह मामला विचाराधीन है। जिसके निर्णय के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इत्र और इतिहास की नगरी के नाम से मशहूर कन्नौज में पर्यटन की असीम संभावनाएं है, इसके बावजूद प्रदेश और देश की सरकारें यहां की धरोहर को सहेजने और उन्हें दर्शनीय बनाने में देरी कर रही है । समय-समय पर योजनाएं तो बनती है, लेकिन उन्हें धरातल पर साकार करने के लिए नीति और नियत नहीं दिख रही है , इसलिए पर्यटकों की आवक बढ़ने का सपना आज भी अधूरा ही है । तो वहीं अवैध खनन और ऐतिहासिक स्थलों पर अवैध कब्जे होने से इसके अस्तित्व पर भी ग्रहण लगता जा रहा है।

जिले के प्राचीन वैभव को देखते हुए पिछली अखिलेश सरकार ने इसे संरक्षित करने का फैसला किया था , जिसके बाद पूर्व में शहर के कई प्राचीन स्थलों पर स्थलीय निरीक्षण किया गया था । इसी निरीक्षण और प्राचीन दस्तावेजों के आधार पर रिपोर्ट भी तैयार की गई थी।

कन्नौज में है अत्याधुनिक संग्रहालय

कन्नौज जिले में महान सम्राट हर्षवर्धन, सम्राट जयचंद, महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान, महाकवि घाघ, मकदूम जहानिया मस्जिद, बालापीर का मकबरा सहित तमाम कलम और कृपाण से जुड़ी पौराणिक कथाएं आज भी जीवंत हैं । प्राचीन मूर्तियों व कलाकृतियों को सहेजने के लिए अत्याधुनिक राजकीय संग्रहालय का निर्माण कराया गया है।




Conclusion:प्रमुख ऐतिहासिक व पर्यटन के लिए उपयोगी स्थल

मकदूम जहानिया, बारहदरी- सोलहदरी, रोजा बालापीर और रोजा मेहंदी, सिद्घपीठ गौरी शंकर मंदिर, बाबा हाजी शरीफ की दरगाह, राम लक्ष्मण मंदिर मकरंद नगर, अन्नपूर्णा मंदिर तिर्वा, गोवर्धनी मंदिर, फूलमती मंदिर, देवी क्षेमकली देवी मंदिर, लाख बहोसी पक्षी विहार, इंद्रेश्वर नाथ मंदिर, तमोली मंदिर, चौधरी सराय में महाकवि घाघ का गृह क्षेत्र अजय पाल मंदिर। भगवान बुद्ध ने यहां ज्ञान की ज्योति भी जलाई थी।


कन्नौज को पर्यटन स्थल बनाए जाने के मामले को लेकर कन्नौज के प्रभारी मंत्री संदीप सिंह का कहना है कि माननीय मुख्यमंत्री जी के लिए वह विचाराधीन है। पर्यटन स्थल विचाराधीन है जो भी निर्णय होगा निर्णय लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बाइट -संदीप सिंह -राज्य मंत्री एवं कन्नौज प्रभारी मंत्री

कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
09415 168969





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