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कन्नौज की मस्जिद में छिपे थे मरकज जमात में शामिल हुए 11 लोग

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Published : Apr 1, 2020, 9:35 AM IST

दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज जमात के प्रोग्राम में कई लोगों की कोरोना संक्रमित होने की खबर के बाद सरकार ने प्रशासन को जलसे में शामिल लोगों को खोजने के आदेश दिए थे. कन्नौज में ऐसे 11 लोग मिले हैं। इनको 14 दिन के लिए कोरंटाइन किया गया है.

thermal screening of 11 people
11 लोगों की हुई थर्मल स्क्रीनिंग

कन्नौज: दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज जमात के प्रोग्राम में शामिल होने वाले लोगों की कोरोनावायरस से मौत और संक्रण के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. कन्नौज की एक मस्जिद में ऐसे ही 11 लोगों के होने की सूचना के बाद जिला प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और निजामुद्दीन से आए सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कर, उनको एहतियात बरतने की सलाह दी.

देर रात कन्नौज जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि दिल्ली के निजामुद्दीन से मरकज जमात में शामिल होने के बाद कुछ लोग कन्नौज आये हुए हैं और शहर के हाजी गंज मोहल्ले की एक मस्जिद में 21 तारीख से रुके हुए हैं. इस सूचना के मिलते ही मौके पर सदर एसडीएम शैलेश कुमार और सीओ श्रीकांत प्रजापति डॉक्टर टीम के साथ वहां पहुंचे. उन्होंने जब पूरी जानकारी की तो पता चला कि 21 मार्च को निजामुद्दीन से कालिंद्री एक्सप्रेस से करीब 11 लोग कन्नौज पहुंचे थे। ये सभी शामली जिले के रहने वाले हैं.

डॉक्टर्स की टीम ने इन सभी 11 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी है. डॉक्टर रविंद्र साहू की मानें तो यह सभी लोग 20 मार्च को निजामुद्दीन में मरकज में शामिल होने के बाद 21 मार्च को कन्नौज आए थे. इनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई, जिसमें यह लोग नॉर्मल पाए गए. हालांकि एहतियातन के तौर पर इनको 14 दिन के लिए कोरेंटाइन किया गया है. इस बीच अगर इनमें कुछ लक्षण पाए जाते हैं तो डॉक्टरों से संपर्क करने का निर्देश दिया गया है.

लॉकडाउन के कारण नहीं जा पाए शामली
22 मार्च को जनता कर्फ्यू और फिर लॉकडाउन के कारण ये 11 लोग अपने घर शामली नहीं जा सके. ये मस्जिद में ही गुपचुप तरीके से रह रहे थे. जलसे में शामिल लोगों में कई लोगों के संक्रमित होने की बात सामने आई तो शासन से इनकी तलाश के निर्देश जारी हुए.

खुफिया विभाग को मिली थी यह जानकारी
धारा 144 लागू होने के बावजूद दिल्ली में निजामुद्दीन में हुए धार्मिक जलसे में शामिल 11 लोग हाजीगंज की मक्का मस्जिद में मिले हैं. यह गुपचुप तरीके से यहां 21 मार्च से रह रहे थे. जलसे में शामिल लोगों में 24 के संक्रमित मिलने के बाद हड़कंप मचा तो खुफिया विभाग ने जिले में इनकी तलाश शुरू की. एसडीएम सदर के साथ सीओ सिटी फोर्स के साथ मस्जिद पहुंच गए. स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर परीक्षण किया गया. हालांकि कोई भी संक्रमित नहीं मिला है. इन सभी को मस्जिद में ही कोरेंटाइन किया गया है. मस्जिद में मिले सभी लोग शामली जिले के रहने वाले हैं.

सभी 11 लोग शामली से होकर निजामुद्दीन से 20 तारीख को पहुंचे थे. वहां पर 21 तारीख को कालिंदी एक्सप्रेस से कन्नौज आए थे तब से लेकर ये यहां ठहरे हुए हैं. मस्जिद में इनके होने की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनका चेकअप किया. अभी तो फिलहाल किसी पर कोई दिक्कत नहीं है, सभी लोग नॉर्मल पाए गए हैं. इनको हिदायत दी गयी है कि अगर कोरोनावायरस का कोई लक्षण दिखायी देता है तो कंट्रोल रूम में फोन करके बताएं.अगर कोई लक्षण दिखायी देंगे तो तुरंत इनको आइसोलेट किया जाएगा.
-डॉक्टर रवींद्र कुमार साहू

कन्नौज: दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज जमात के प्रोग्राम में शामिल होने वाले लोगों की कोरोनावायरस से मौत और संक्रण के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. कन्नौज की एक मस्जिद में ऐसे ही 11 लोगों के होने की सूचना के बाद जिला प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और निजामुद्दीन से आए सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कर, उनको एहतियात बरतने की सलाह दी.

देर रात कन्नौज जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि दिल्ली के निजामुद्दीन से मरकज जमात में शामिल होने के बाद कुछ लोग कन्नौज आये हुए हैं और शहर के हाजी गंज मोहल्ले की एक मस्जिद में 21 तारीख से रुके हुए हैं. इस सूचना के मिलते ही मौके पर सदर एसडीएम शैलेश कुमार और सीओ श्रीकांत प्रजापति डॉक्टर टीम के साथ वहां पहुंचे. उन्होंने जब पूरी जानकारी की तो पता चला कि 21 मार्च को निजामुद्दीन से कालिंद्री एक्सप्रेस से करीब 11 लोग कन्नौज पहुंचे थे। ये सभी शामली जिले के रहने वाले हैं.

डॉक्टर्स की टीम ने इन सभी 11 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी है. डॉक्टर रविंद्र साहू की मानें तो यह सभी लोग 20 मार्च को निजामुद्दीन में मरकज में शामिल होने के बाद 21 मार्च को कन्नौज आए थे. इनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई, जिसमें यह लोग नॉर्मल पाए गए. हालांकि एहतियातन के तौर पर इनको 14 दिन के लिए कोरेंटाइन किया गया है. इस बीच अगर इनमें कुछ लक्षण पाए जाते हैं तो डॉक्टरों से संपर्क करने का निर्देश दिया गया है.

लॉकडाउन के कारण नहीं जा पाए शामली
22 मार्च को जनता कर्फ्यू और फिर लॉकडाउन के कारण ये 11 लोग अपने घर शामली नहीं जा सके. ये मस्जिद में ही गुपचुप तरीके से रह रहे थे. जलसे में शामिल लोगों में कई लोगों के संक्रमित होने की बात सामने आई तो शासन से इनकी तलाश के निर्देश जारी हुए.

खुफिया विभाग को मिली थी यह जानकारी
धारा 144 लागू होने के बावजूद दिल्ली में निजामुद्दीन में हुए धार्मिक जलसे में शामिल 11 लोग हाजीगंज की मक्का मस्जिद में मिले हैं. यह गुपचुप तरीके से यहां 21 मार्च से रह रहे थे. जलसे में शामिल लोगों में 24 के संक्रमित मिलने के बाद हड़कंप मचा तो खुफिया विभाग ने जिले में इनकी तलाश शुरू की. एसडीएम सदर के साथ सीओ सिटी फोर्स के साथ मस्जिद पहुंच गए. स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर परीक्षण किया गया. हालांकि कोई भी संक्रमित नहीं मिला है. इन सभी को मस्जिद में ही कोरेंटाइन किया गया है. मस्जिद में मिले सभी लोग शामली जिले के रहने वाले हैं.

सभी 11 लोग शामली से होकर निजामुद्दीन से 20 तारीख को पहुंचे थे. वहां पर 21 तारीख को कालिंदी एक्सप्रेस से कन्नौज आए थे तब से लेकर ये यहां ठहरे हुए हैं. मस्जिद में इनके होने की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनका चेकअप किया. अभी तो फिलहाल किसी पर कोई दिक्कत नहीं है, सभी लोग नॉर्मल पाए गए हैं. इनको हिदायत दी गयी है कि अगर कोरोनावायरस का कोई लक्षण दिखायी देता है तो कंट्रोल रूम में फोन करके बताएं.अगर कोई लक्षण दिखायी देंगे तो तुरंत इनको आइसोलेट किया जाएगा.
-डॉक्टर रवींद्र कुमार साहू

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