कन्नौज: उत्तर प्रदेशीय प्राथिमक शिक्षक संघ ने गुरुवार को शिक्षकों की लंबित समस्याओं का निस्तारण कराने की मांग की है. साथ ही विभाग के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की गोपनीय आख्या मांगने का भी विरोध किया गया. उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष की अगुवाई में कलेक्ट्रेट पहुंचे शिक्षकों ने सीएम को संबोधित 22 सूत्री मांगों का ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा. इत दौरान उन्होंने मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी.
सीएम को संबोधित ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपते समय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार दुबे, प्रमोद यादव, डॉ. आशीष राजपूत, जावेद अहमद सिद्दीकी, बृजपाल सिंह भदौरिया आदि मौजूद रहे.
शिक्षक संघ की मांग
- परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की विभाग ने गोपनीय आख्या मांगी है, इस पर तत्काल रोक लगाई जाए.
- दिसंबर 2018 के बाद परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को 17 हजार140 रुपये और 18 हजार150 रुपये वेतनमान का लाभ दिया जाए.
- अंर्तजनपदीय स्थानांतरण से वंचित परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का अंर्तजनपदीय स्थानांतरण शीघ्र किया जाए.
- परिषदीय शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए.
- प्रदेश में संचालित परिषदीय विद्यालयों की साफ-सफाई और रख-रखाव के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति की जाए.
- परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को 30 ईएल की सुविधा प्रदान की जाए.
- शिक्षकों की सामूहिक बीमा राशि 10 लाख रुपये की जाए.
- शिक्षकों का वेतन पूर्व की भांति दो प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराकर अतिशीघ्र कराया जाए.
- शिक्षामित्रों को 30 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाए.